
महादेव घाट पर बनाया गया लक्ष्मण झूला शोपीस बनकर रह गया है। सावन में बड़ी संया में लोग परिवार के साथ भगवान हटकेश्वर नाथ के दर्शन करने आते हैं और लक्ष्मण झूला से होकर दूसरी ओर बने गार्डन में घूमने भी जाते हैं।

अब ऐसे मौके पर इस झूले को मरमत कार्य के लिए बंद कर दिया गया है। इस कारण लोग निराश होकर लौट रहे हैं।

इस संबंध में कोई भी जिमेदार व्यक्ति संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा है।

खारुन नदी के बीच में 100 साल पुराना मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र हैं। अभी इस धार्मिक स्थान की देखरेख निषाद समाज के बारहपाली के लोग करते हैं।

धार्मिक स्थल के रूप में विकसित हो चुके महादेवघाट में लोगों के लिए लक्ष्मण झूला रोमांचित करने वाला होता है। परंतु ठकुराइन टोला के पास खारुन नदी में जो लक्ष्मण झूला बनेगा वह करीब 200 मीटर होगा।

महादेवघाट में प्लेटफार्म सहित झूले की लंबाई 152 मीटर है और नदी के दायरे में लक्ष्मण झूला 110 मीटर हैं। जिसमें आसानी से 500 लोग महादेवघाट से अमलेश्वर तरफ खारुनेश्वर महादेव का दर्शन जाते हैं