
रायपुर। दोपहिया में नाबालिग फर्राटे भर रहे हैं। यहां तक की तीन सवारी स्कूल पहुंच रहे हैं। स्कूल प्रबंधन व अभिभावक हादसों से अनभिज्ञ हैं। देखा जा रहा है कि अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूटी व बाइक को बिना किसी भय के चलाने की अनुमति दे दी है, लेकिन वे इस बात से अनजान हैं कि बच्चे किसी भी वक्त हादसे का शिकार हो सकते हैं। इन पर रोकथाम के उपाय ट्रैफिक पुलिस भी कुछ नहीं कर पा रही है।
सबसे अधिक स्कूली बच्चे दुपहिया वाहनों का उपयोग करते हैं। स्कूल में छात्र-छात्राएं अपने वाहनों से स्कूल पहुंच रहे है। हालांकि उनकी सुरक्षा की चिंता स्कूल प्रबंधन को भी नहीं है। कायदे से स्कूली प्रबंधन को बच्चों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए अभिभावकों को नोटिस जारी कर या फिर स्कूल में होने वाली पैरेंंट्स मीटिंग में यह बात रखनी चाहिए। लेकिन किसी भी स्तर पर जिले के स्कूल प्रबंधनों ने यह पहल नहीं की है।
ट्रैफिक विभाग से मिले रिकार्ड के अनुसार 1 जनवरी से 15 जुलाई तक रायपुर जिले में 9 नाबालिग वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई है। इनमे से कुछ वाहन चालकों पर चार सवारी और स्टंट करने का आरोप भी है। कार्रवाई करने के साथ इन नाबालिग वाहन चालकाें के परिजनों को थाना बुलाकर पुलिस ने समझाइश दी गई।
नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई की जाती है। स्कूल अभी खुले हैं, जल्द ही अभियान चलाकर स्कूलों की जांच करेंगे। स्कूल प्रबंधन को भी अभियान में शामिल किया जाएगा, ताकि छात्रों और उनके परिजनों से नियम का पालन करवाने में आसानी हो।
-सतीश ठाकुर, डीएसपी, यातायात
Published on:
05 Aug 2022 10:52 pm
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