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Modi Cabinet 3.0: मैं तोखन साहू ईश्वर की शपथ लेता हूं… जानिए पंच से केंद्रीय राज्यमंत्री बनने तक का सफर

Modi Cabinet 3.0 विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने आदिवासी मुख्यमंत्री दिया और अब ओबीसी को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया। छत्तीसगढ़ में दोनों वर्ग राजनीति की दिशा और दशा तय करने का काम करते हैं।

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Modi Cabinet 3.0

Modi Cabinet 3.0: छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेताओं को किनारे करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिलासपुर लोकसभा सीट से पहली बार चुने गए सांसद तोखन साहू को जगह मिली है। साहू को केंद्रीय राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है। वे भाजपा की ओर से छत्तीसगढ़ के छठवें केंद्रीय राज्यमंत्री होंगे।

Modi Cabinet 3.0: पंच से लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री तक का सफर

इसके पहले डॉ. रमन सिंह, दिलीप सिंह जूदेव, रमेश बैस, विष्णुदेव साय और रेणुका सिंह केंद्रीय राज्यमंत्री का दायित्व निभा चुकी हैं। केंद्रीय कैबिनेट (Modi Cabinet 3.0) में साहू को जगह मिलने की बड़ी वजह जातिगत समीकरण बताया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने आदिवासी मुख्यमंत्री दिया और अब ओबीसी को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया। छत्तीसगढ़ में दोनों वर्ग राजनीति की दिशा और दशा तय करने का काम करते हैं।

यह भी पढ़ें: Tokhan Saha in Modi Team: पहली बार सांसद बने तोखन साहू मोदी सरकार में बनेंगे केंद्रीय मंत्री, जानिए उनके बारे में..

तोखन साहू को पीएमओ से फोन आया, तो वो दिल्ली में ही थे। इसकी खबर मिलते ही दिल्ली में बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया। उनके गृह ग्राम डिंडौरी और परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके गांव में जमकर आतिशबाजी हुई। बता दें कि सांसद चुने जाने के बाद तोखन साहू ने जब पहली बार लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया था।

Modi Cabinet 3.0: पंच से शुरू हुआ राजनीतिक जीवन

साहू का राजनीति जीवन की शुरुआत 1994 से हुई थी। वो लोरमी ब्लॉक के सुरजपुरा गांव के निर्विरोध पंच बने। इसके बाद वे सरपंच, जनपद सदस्य और विधायक भी बने। रमन सरकार (Modi Cabinet 3.0) में संसदीय कार्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाले। वर्ष 2018 में वे विधानसभा चुनाव हार गए थे।

दिग्गजों को मंत्री नहीं बनाने से चर्चाओं का दौर शुरू

प्रदेश में तीन दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल, विजय बघेल और संतोष पांडेय को मंत्री बनाने की चर्चा थी। इसमें बृजमोहन दौड़ में सबसे आगे थे। वे आठ बार के विधायक रहे हैं और प्रदेश में सबसे ज्यादा मतों से जीते हैं। नए चेहर पर दांव खेलने से चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह से कायस लग रहे हैं।

Modi Cabinet 3.0: जिसे चुनाव हराया था, उसके साथ गए शपथ लेने

साहू ने 2013 में लोरमी से विधानसभा चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी धर्मजीत सिंह को चुनाव हराया था। उन्हें 52302 वोट मिले। धर्मजीत सिंह (Modi Cabinet 3.0) को 46061 वोट मिले थे। उसके बाद वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में वो धर्मजीत से चुनाव हार गए थे। जब शपथ ग्रहण समारोह के लिए साहू कार से रवाना हुए तो उसमें सबसे आगे धर्मजीत सिंह ही बैठे थे। बता दें कि सिंह कांग्रेस को छोड़कर जोगी कांग्रेस में शामिल हुए थे। अब वो तखतपुर से भाजपा विधायक है।

किसान मोर्चा के नेताओं की किस्मत चमकी

भाजपा में किसान मोर्चा से जुड़े नेताओं की किस्मत चमकी नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल को राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है। वहीं वर्तमान में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तोखन साहू को मोदी सरकर की कैबिनेट में जगह मिली है।

यह है मंत्री बनाने की बड़ी वजह

  • तोखन साहू ओबीसी वर्ग से आते हैं। क्वांटिफायबल डाटा आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 41 फीसदी आबादी ओबीसी वर्ग की है।
  • केंद्रीय कैबिनेट में लगातार दो बार आदिवासी वर्ग को प्रतिनिधित्व मिला है। यही वजह है कि इस जातिगत समीकरण को साधने ओबीसी वर्ग को मौका दिया गया।

Modi Cabinet 3.0: यह है दिग्गजों के किनारे होने की बड़ी वजह

  • जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर तोखन साहू को केंद्रीय मंत्रिमंडल (Modi Cabinet 3.0) में जगह मिली है। मंत्री की दौड़ में शामिल विजय बघेल ओबीसी है, लेकिन वो कुर्मी है। वहीं कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल और संतोष पाण्डेय दोनों सामान्य वर्ग से आते हैं।