
Carrying Naxal Victims In Delhi: बस्तर जिले के नक्सल पीड़ित लोगों ने नई दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान लोगों ने अमित शाह से कहा कि हमारा पुराना बस्तर लौटा दीजिए। जहां शांति और खुशहाली थी। पीड़ितों की कहानी सुनकर अमित शाह ने नक्सलियों को चेतावनी दी है।

Carrying Naxal Victims In Delhi: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रयास पर बस्तर क्षेत्र के लगभग 70 नक्सल पीड़ित परिवार शाह से मिले। इस दौरान शाह ने कहा कि 11 साल में आप मेरे सबसे बड़े मेहमान हैं। हम 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से खत्म कर देंगे।

Carrying Naxal Victims In Delhi: नक्सल प्रभावितों ने जब शाह से मुलाकात की तो वे भावुक हो गए। उन्होंने इस पहल पर छत्तीसगढ़ सरकार की संवेदनशीलता की सराहना की। उन्होंने शाह को बताया कि कई लोगों ने नक्सलियों के हाथों अपने परिवार के सदस्यों को खोया है।

Carrying Naxal Victims In Delhi: गृहमंत्री ने नक्सल पीड़ितों की समस्याओं पर गंभीरता दिखाई। उन्होंने इन लोगों के संघर्ष और साहस की प्रशंसा की। आश्वासन दिया कि सरकार उनकी समस्याओं को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Carrying Naxal Victims In Delhi: बच्ची से मुलाकात करते अमित शाह।

Carrying Naxal Victims In Delhi: कुछ ने अपने अंग गंवाए हैं। कुछ पूरी तरह से अपाहिज हो गए हैं। पीड़ितों ने बताया कि नक्सली हमलों के कारण उनके जीवन में गंभीर व्यवधान आए हैं।

Carrying Naxal Victims In Delhi: ‘‘बहुत हो गई हिंसा, अब हमें शांति चाहिए, हमें हमारे पुराने दिन लौटा दीजिए जहां कोई हिंसा ना हो, कोई सड़कों को ना तोड़े और ना ही कोई स्कूल की इमारतों को ध्वस्त करे, ना ही कोई निर्दोषों पर गोलियां चलाए।’’ यह कहना था छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सल हिंसा के पीड़ित केदारनाथ कश्यप का।

Carrying Naxal Victims In Delhi: कोंडागांव जिले के मरदापाल निवासी केदारनाथ कश्यप के सामने ही नक्सलियों ने उनके भाई को पुलिस का मुखबिर समझ गोलियों से भून डाला था। इस हमले में एक गोली उनकी जांघ के बीचों-बीच होकर निकल गई थी। कार्यक्रम में अपनी व्यथा सुनाने राजधानी दिल्ली आए हुए हैं।

Carrying Naxal Victims In Delhi: विद्यार्थियों और शिक्षकों के साथ आपबीती साझा की और आने वाली पीढ़ियों के लिए न्याय की मांग की। बस्तर में नक्सली हमलों और धमाकों में अपंग हुए लोगों ने भी आपबीती सुनाई।

Carrying Naxal Victims In Delhi: मुलाकात के बाद शाह ने नक्सलियों से हिंसा छोड़ने और हथियार डालकर आत्मसमर्पण करने की अपील के साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनके खिलाफ व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा।