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कोरोना के बाद एक और नई बीमारी ने दी दस्तक, छत्तीसगढ़ में अब तक 150 से अधिक बच्चे बीमार

New bacterial outbreak in CG: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बाद नई बीमारी ने दस्तक दी है। प्रदेश के सरगुजा संभाग में फ्लू कहर बरपा रहा है। संभाग के रायगढ़, कोरिया और सूरजपुर जिलों में बड़ी संख्या में बच्चे इस फ्लू से पीड़ित हो रहे हैं।

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कोरोना के बाद एक और नई बीमारी ने दी दस्तक, छत्तीसगढ़ में अब तक 150 से अधिक बच्चे बीमार

रायपुर. New bacterial outbreak in CG: छत्तीसगढ़ में कोरोना के बाद नई बीमारी ने दस्तक दी है। प्रदेश के सरगुजा संभाग में फ्लू कहर बरपा रहा है। संभाग के रायगढ़, कोरिया और सूरजपुर जिलों में बड़ी संख्या में बच्चे इस फ्लू से पीड़ित हो रहे हैं। बीमारी पर नियंत्रण और उसके स्पष्ट कारण का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (CG Health Minister TS Singhdeo) ने रायपुर से विशेषज्ञों की टीम भेजने के निर्देश दे दिए हैं।

आईडीएसपी कंस्लटेंट डॉ. मोनिका और डॉ. चयनिता बुधवार को रवाना होंगी, तो सरगुजा मुख्यालय से एक टीम मौके पर पहुंच चुकी है। उधर, अब तक इस अंजान फ्लू से 70 से अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 4 बच्चों को सीवियर निमोनिया के कारण ऑक्सीजन सपोर्ट में रखा गया है।

रायगढ़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हर दिन ओपीडी में 60-70 बच्चों गंभीर लक्षणों के साथ आ रहे हैं। निमोनिया सहित तेज बुखार होने की वजह से 15 बच्चों को भर्ती किया गया है। उधर, सूरजपुर जिला अस्पताल और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल का शिशु वार्ड बीमार बच्चों से भरा पड़ा है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 70 से ज्यादा बच्चे भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग फिलहाल इसे सामान्य फ्लू मान रहा है, मगर चिंता इस बात की भी है कि पड़ोसी राज्य बिहार में जिस प्रकार बच्चे फ्लू से बीमार पड़े और कई जानें गईं। इसलिए यहां सतर्कता बरती जा रही है।

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सूरजपुर, कोरिया की स्थिति सबसे ज्यादा चिंताजनक
सूरजपुर- जिला अस्पताल में निमोनिया पीड़ित नवजात से 3 वर्ष तक के 37 बच्चों का इलाज चल रहा है। 4 नवजात शिशु पीलिया और 5 नवजात जन्म से कम वजन के कारण भर्ती हैं। 1माह के 3 बच्चों का बर्थ एक्सफेसिया, 3 से 8 वर्ष के 4 बच्चों का सिकलसेल एनीमिया और 12 साल के 1-1 बच्चे का थैलेसिमिया और यूरिन इंफेक्शन का इलाज चल रहा है। 4 बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।

बैकुंठपुर- बैकुंठपुर जिला अस्पताल में 2 दिन पहले फ्लू से पीड़ित 72 बच्चों को फर्श पर लिटा कर इलाज मुहैया करवाया जा रहा था। इस खबर के सामने आने के बाद आनन-फानन में 40 बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया गया। 34 बेड का नया वार्ड बनाया गया, अभी 40 बच्चे भर्ती हैं।

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फ्लू के लक्षण, माता-पिता विशेष ध्यान दें
मेडिकल कॉलेज रायगढ़ के शिशुरोग विभागाध्यक्ष डॉ. लक्ष्मणेश्वर सोनी का कहना है कि गर्मी, ठंडी, उमस की वजह से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। ज्यादातर बच्चों में बुखार, सर्दी, जुकाम देखा गया है। अगर, आपके बच्चों को ये लक्षण हैं तो अभी घरेलू उपचार न करके, शिशुरोग विशेषज्ञ को दिखाएं, क्योंकि फ्लू तेजी से फैल रहा है।

स्वास्थ्य विभाग महामारी नियंत्रण कार्यक्रम के प्रवक्ता एवं संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने कहा, मैंने अधिकारियों से चर्चा की है कि उन्होंने कहा है कि हर साल इस प्रकार से केस रिपोर्ट होते हैं। मगर, सभी प्रकार की सतर्कता बरती जा रही है। इलाज के सभी इंतजाम किए गए हैं। विशेषज्ञ भेजे जा रहे हैं।

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