
CG के इस यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए आई नई शिक्षा नीति
मोहित सिंह सेंगर
रायपुर। CG Education : केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने छात्रों को क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाए जाने का निर्णय लिया है। इस फैसले के पीछे का मकसद यह है कि छात्र नई शिक्षा नीति के तहत क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा ग्रहण कर सकें। इस बारे में विश्वविद्यालय प्रबंधन ने केंद्र प्रभारियों और कोआर्डिनेटरों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया है।
केंद्र से नोटिफिकेशन आने के बाद प्रदेश के कॉर्डिनेटर भी इसे लागू करने की तैयारी में जुट गए है। इग्नू के माध्यम से पढ़ाए जाने वाले कोर्स का क्षेत्रीय भाषा में सिलेबस बन सके। इसलिए प्रदेश के कोआर्डिनेटर ट्रांसलेटरों की तलाश कर रहे है। ट्रांसलेटरों की तलाश पूरी होने के बाद क्षेत्रीय भाषा में सिलेबस बनेगा और छात्रों को मुहैया करवाया जाएगा। छात्र अच्छे तरीके से पढ़ाई कर सके और उनके सामने भाषाई बाधा सामने नहीं आएगी।
ये हैं कोर्स
- सर्टिफिकेट कोर्स
- डिप्लोमा कोर्स
- पीजी सर्टिफिकेट
- पीजी डिप्लोमा कोर्स
- बैचलर डिग्री कोर्स
- मास्टर डिग्री कोर्स
अभी हिंदी और अंग्रेजी ही मुख्य भाषा
विश्वविद्यालय का कहना है कि कई राज्यों में छात्रों को हिंदी और अंग्रेजी ठीक से नहीं आती है। पढ़ाई-लिखाई की मुख्य भाषा अभी यही दोनों है। छात्रों की शिक्षा स्तर में सुधार हो। इसलिए नई शिक्षा नीति के तहत क्षेत्रीय भाषाओं में सिलेबस तैयार करके उन्हें छात्रों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। कुछ राज्यों के कोआर्डिेनटरों ने इसका इंप्लीटमेंट शुरू कर दिया है।
क्षेत्रीय भाषाओं में छात्रों को पढ़ाई कराने का नोटिफिकेशन मिला है। क्षेत्रीय भाषा में सिलेबस बनाया जा सके। इसलिए ट्रांसलेटरों की तलाश की जा रही है। सिलेबस बनाकर छात्रों को उनकी भाषा में ही उत्कृष्ठ शिक्षा देने का प्रयास किया जाएगा। आने वाले दिनों में इसे लागू करेंगे।
- संगीता मांझाी, रीजनल डाइरेक्टर, इग्नू
Updated on:
04 Sept 2023 01:16 pm
Published on:
04 Sept 2023 01:12 pm
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