
यहां गहलोत सरकार गली-मोहल्लों और गांव ढाणियों में खोलना चाहती है जनता क्लिनिक, वहां चिकित्सक के पद खाली
रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के निजी अस्पतालों के संचालक आज से अपनी क्लीनिक और नर्सिंग होम (Nursing Home) की ओपीडी खोल सकते हैं। इसे आवश्यक सेवा माना गया है। सरकार ने 12 अप्रैल को ही अस्पताल संचालकों को पत्र लिखकर कहा था कि वे ओपीडी खोलें।
मगर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) की छत्तीसगढ़ इकाई ने सुरक्षा का हवाला देते हुए इसका विरोध किया था। अगले दिन आईएमए (IMA) के प्रतिनिधि ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Chhattisgarh Health Minister TS Singhdeo) से मुलाकात की। उनके सामने पीपीई किट (PPE Kit) मुहैया करवाने की मांग रखी। इस बातचीत के बाद अब आईएमए की तरफ से डॉक्टर सदस्यों को कहा गया है कि वह अपनी सुविधा और सुरक्षा को देखकर स्वयं से ओपीडी खोलने का निर्णय ले सकते हैं।
आईएमए के राज्य अध्यक्ष डॉ महेश सिन्हा ने कहा कि डॉक्टरों के सामने खुद की और स्टाफ की सुरक्षा बड़ा इशू है। न जाने कहां से कौन संक्रमित व्यक्ति पहुंच जाएं और अभी तो स्टाफ भी नहीं आ रहा है।
छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के बीच ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए 20 अप्रैल से कई तरह की राहत मिलने शुरू हो जाएगी। वहीं शहरी क्षेत्रों के लिए अभी 21 अप्रैल तक इंतजार करना पड़ सकता है। ऐसा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मौजूदा हालत को लेकर समीक्षा करेंगे।
Published on:
20 Apr 2020 02:54 pm
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