
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में 2025 की प्रमुख उपलब्धियां (photo source- Patrika)
Year Ender 2025: साल 2025 छत्तीसगढ़ के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे ज़रूरी सेक्टर में बदलाव और सुधार का साल था। राज्य सरकार ने बेहतर स्वास्थ्य सेवा, आसानी से मिलने वाली शिक्षा और मज़बूत इंफ्रास्ट्रक्चर पर खास ज़ोर दिया। स्वास्थ्य सेवाओं को शहरी इलाकों से लेकर दूर-दराज के आदिवासी इलाकों तक बढ़ाया गया, वहीं स्कूल और उच्च शिक्षा सिस्टम को मज़बूत करने के लिए कई अहम फैसले लिए गए। इन कोशिशों का असर ज़मीन पर साफ दिखा, जिससे लाखों लोगों को सीधा फायदा हुआ।
नए मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज और जिला अस्पतालों का उन्नयन
कई जिलों में ICU, ट्रॉमा सेंटर और आधुनिक जांच सुविधाएं शुरू
बस्तर और सरगुजा संभाग में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स का विस्तार
दुर्गम क्षेत्रों में टेलीमेडिसिन और उप-स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या बढ़ी
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए मुफ्त दवा, जांच और इलाज
आयुष्मान और राज्य स्तरीय स्वास्थ्य योजनाओं का व्यापक लाभ
संस्थागत प्रसव में वृद्धि
नवजात और मातृ मृत्यु दर में गिरावट
ऑनलाइन ओपीडी पंजीयन
डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड और ई-हॉस्पिटल सेवाओं की शुरुआत
सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास और डिजिटल बोर्ड
जर्जर भवनों का नवीनीकरण और बुनियादी सुविधाओं में सुधार
वर्षों से खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया तेज
शिक्षकों के लिए नियमित प्रशिक्षण और अपस्किलिंग प्रोग्राम
नए कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसरों की शुरुआत
स्थानीय स्तर पर व्यावसायिक और तकनीकी पाठ्यक्रम उपलब्ध
छात्रवृत्ति योजनाओं का विस्तार
मुफ्त पाठ्यपुस्तक, साइकिल और डिजिटल उपकरण वितरण
ITI, पॉलिटेक्निक और स्किल डेवलपमेंट सेंटरों की संख्या बढ़ी
युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण
राज्य को शिक्षकों और हेल्थकेयर वर्कर्स की कमी, कुछ इलाकों में खाली पदों की समस्या और बेहतर प्रशासनिक और तकनीकी तालमेल की ज़रूरत का सामना करना पड़ा। छत्तीसगढ़ ने स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में एक मज़बूत नींव रखी है। हालांकि चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं, लेकिन सरकार की नीतियां और कार्यक्रम राज्य को समावेशी विकास की ओर ले जाते दिख रहे हैं। आने वाले सालों में इन सुधारों के और विस्तार की उम्मीद है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में लोगों को फायदा
जिला और सामुदायिक अस्पतालों में बेहतर इलाज की सुविधा
दूरदराज़ इलाकों में मोबाइल मेडिकल यूनिट और टेलीमेडिसिन से इलाज सुलभ
मुफ्त जांच और दवाइयों से गरीब व मध्यम वर्ग को राहत
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार से सुरक्षित प्रसव
डिजिटल पंजीयन से समय और खर्च की बचत
सरकारी स्कूलों में डिजिटल पढ़ाई से बच्चों की सीखने की गुणवत्ता बढ़ी
छात्रवृत्ति और मुफ्त सुविधाओं से ड्रॉपआउट में कमी
स्थानीय स्तर पर कॉलेज और तकनीकी संस्थान खुलने से रोजगार के अवसर
कौशल विकास से युवाओं को नौकरी और स्वरोजगार का रास्ता
अभिभावकों पर शिक्षा का आर्थिक बोझ कम हुआ
स्वास्थ्य संस्थानों का विस्तार
प्रदेश में 30+ जिला अस्पतालों का उन्नयन
5 से अधिक नए मेडिकल/नर्सिंग कॉलेज और प्रशिक्षण संस्थान
300+ प्राथमिक व उप-स्वास्थ्य केंद्र सुदृढ़ किए गए
इलाज और जांच की पहुंच बढ़ी
मोबाइल मेडिकल यूनिट्स के जरिए 10 लाख+ ग्रामीण नागरिकों तक सेवाएं
टेलीमेडिसिन से 2 लाख से अधिक परामर्श
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य
संस्थागत प्रसव की दर 80% से अधिक
मातृ और शिशु मृत्यु दर में लगातार गिरावट
मुफ्त इलाज व दवाइयां
राज्य व केंद्र की योजनाओं से 50 लाख+ मरीजों को लाभ
गरीब परिवारों को मुफ्त जांच और दवाइयां
स्कूल शिक्षा में सुधार
15,000+ सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं का उन्नयन
5,000+ स्कूलों में स्मार्ट क्लास और डिजिटल बोर्ड
छात्र लाभ योजनाएं
30 लाख+ छात्रों को छात्रवृत्ति, किताबें और अन्य शैक्षणिक सहायता
ड्रॉपआउट दर में स्पष्ट कमी
उच्च व तकनीकी शिक्षा
20+ नए कॉलेज/संस्थान शुरू
ITI, पॉलिटेक्निक और स्किल सेंटर से 1 लाख+ युवाओं को प्रशिक्षण
डिजिटल और कौशल शिक्षा
ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म से लाखों विद्यार्थी जुड़े
रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों में बढ़ी भागीदारी
Published on:
26 Dec 2025 11:48 am
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