चुनाव में उतरने से पहले भाजपा अलग-अलग तरीकों से सर्वेक्षण कराती है। इसके लिए पेशेवर सर्वेक्षण कंपनियों की सेवा भी ली जाती है। इसके अलावा पर्यवेक्षक भी क्षेत्रों का दौरा कर स्थानीय नेताओं, समर्थकों और क्षेत्र के प्रमुख लोगों से बात कर हालात को समझने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा संगइन स्थानीय इकाईयों से भी रिपोर्ट मंगाती है।