11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रक्षाबंधन के 1 दिन पहले शुरू हो रहा मृत्यु पंचक, 5 दिन भूलकर भी न करें ये 5 काम वरना…

श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन यानि रविवार 26 अगस्त को रक्षाबंधन का महापर्व मनाया जाएगा। लेकिन इस बार रक्षाबंधन के एक दिन पहले पंचक शुरू हो रहा है।

2 min read
Google source verification
Panchak News

रक्षाबंधन के 1 दिन पहले शुरू हो रहा मृत्यु पंचक, 5 दिन भूलकर भी न करें ये 5 काम

रायपुर. श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन यानि रविवार 26 अगस्त को रक्षाबंधन का महापर्व मनाया जाएगा। इस रोज बहनें अपने भाई को रक्षा सूत्र बांध कर उसके सुखी जीवन की कामना करती हैं और भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है। लेकिन इस बार रक्षाबंधन के एक दिन पहले पंचक शुरू हो रहा है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक को अशुभ माना गया है। इस बार पंचक रक्षाबंधन से एक दिन पहले यानि 25 अगस्त शनिवार की रात 11.00 बजे से शुरू हो रहा है, जोकि 30 अगस्त रात 8.00 बजे तक रहेगा। शनिवार से शुरू होने के कारण इसे मृत्यु पंचक कहेंगे।

ज्योतिष के अनुसार पंचक के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, अन्यथा इसके अच्छे परिणाम नहीं दिखते। इस दौरान ये पांच के काम भूलकर भी नहीं करने चाहिए।

1 - पंचायत में चारपाई बनवाना अच्छा नहीं माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से घर-परिवार पर बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।
2 - पंचक के समय धनिष्ठा नक्षत्र में जलने वाली वस्तुएं यानी घास, लकड़ी आदि एकत्रित नहीं करना चाहिए। साथ ही इस दिन गैस सिलेंडर भी नहीं लाना चाहिए। इससे आग लगने का भय बना रहता है।
3 - पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए। दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी गई है। इसलिए इन नक्षत्रों में दक्षिण दिशा में यात्रा करना हानिकारक माना जाता है।
4 - पंचक के दौरान जब रेवती नक्षत्र चल रहा हो तो उस समय घर की छत नहीं बनवानी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि ऐसा करने से घर में धन हानि और लड़ाई झगड़े की स्थिति बनती है।
5 - पंचक में शव का अंतिम संस्कार करने से पहले कुशा या आटे के चार पुतले बनाकर अर्थी पर रखना चाहिए और इन पुतलों का अंतिम संस्कार करने के बाद ही मृतक का अंतिम संस्कार करना चाहिए। ऐसा गरुण पुराण में बताया गया है।

25 अगस्त से शुरू हो रहे पंचक का रक्षाबंधन पर्व में किसी भी प्रकार का कोई दोष नहीं रहता है। इसलिए पंचक से किसी प्रकार की घबराने या डरने की आवश्यकता नहीं है।