उन्होंने बताया कि द्रास से करगिल के बीच जीरो प्वाइंट नामक एरिया था, जहां हिन्दुस्तानी फौज को सकरी पुलिया से होकर गुजरना पड़ता था। इसी का फायदा उठाते हुए पाकिस्तानी घुसपैठ जवानों पर फायरिंग करते थे। इस एरिया से बचकर निकलना मुश्किल काम था। इसके बावजूद हिन्दुस्तानी सेना ने बुलंद हौसलों के साथ दुश्मनों का डटकर सामना किया और ऑपरेशन विजय को फतह किया।