
रेडक्रॉस ब्लड बैंक: घोटाले की जांच पूरी, राजभवन को सौंपी गई रिपोर्ट, अब फैसले का इंतजार
Raipur News : कोरोनाकाल के दौरान रेडक्रॉस ब्लड बैंक में हुए 800 यूनिट खून घोटाले की जांच पूरी हो गई है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने लिफाफाबंद रिपोर्ट राजभवन को सौंप दी है।
एफएफपी
खून के घोटालेबाज अपने ऊपर के अधिकारियों को गुमराह कर सालों तक एफएफपी (फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा) 1600 रुपए प्रति लीटर के भाव से बेचते रहे। (raipur news in hindi) गुजरात की जिस कंपनी को एफएफपी बेचा गया, वही कंपनी रायपुर के दूसरे ब्लड बैंकों से 2000 से 2300 रुपए प्रति लीटर के भाव से एफएफपी खरीद रही है। यानी प्रति लीटर एफएफपी पर 400 से 700 रुपए का घोटाला किया गया।
किट घोटाला
एलाइजा जांच के लिए जरूरी किट की आड़ में भी लाखों रुपए के वारे-न्यारे किए गए। मार्केट में जो किट 700 रुपए से हजार रुपए में बिक रहा था, घोटालेबाज कर्मचारियों ने उसे रेडक्रॉस के खाते में 1800 से 2000 रुपए का दिखाया।(raipur news update) इस मामले में भी आरोपियों से पूछताछ होनी थी। सूत्रों के अनुसार जांच कमेटी में शामिल एक अधिकारी ने ही फिलहाल इस मुद्दे को नहीं उठाने की बात कही। इसके चलते किट घोटाला पूरी तरह सामने आने के पहले ही मामले का पटाक्षेप हो गया।
बताया जा रहा है कि राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन एक-दो दिन के भीतर रेडक्रॉस मुख्यालय को इस संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर सकते हैं। (chhattisgarh news hindi) इधर, लगातार 20 दिनों तक चली इन्वेस्टिगेशन में क्या बातें सामने आईं, अफसर फिलहाल इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। आपको बता दें कि शुरुआती जांच में घोटाले के आरोपियों ने जांच कमेटी को ही गुमराह करने की कोशिश की थी। इसी बीच इन्वेस्टिगेशन में पूर्व मेडिकल ऑफिसर डॉ. डीवी बघेल की एंट्री के साथ घोटालेबाजों का सच एक बार फिर सामने आ गया। (cg raipur news) पूर्व में लिखे माफीनामे का जिक्र आते ही आरोपियों ने माना कि उन्होंने मुफ्त बांटे जाने वाले खून का निजी ब्लड बैंकों से पैसों में सौदा किया था।
इसे सबूत के तौर पर पेश करने के लिए आरोपियों के कबूलनामे की सीएमएचओ दफ्तर में वीडियोग्राफी करवाई गई। घोटाला दबाने के लिए क्या और कैसे बयान देना है, ब्लड बैंक के अधिकारियों द्वारा आरोपियों को बंद कमरे में घंटों इसकी प्रैक्टिस कराने की चर्चा खूब गरम है। ऐसे में वीडियोग्राफी की सत्यता ही संदेह के दायरे में आ गई है। (Chhattisgarh news) इसके अलावा जांच कमेटी ने खून खरीदने वाले निजी ब्लड बैंकों से भी संपर्क किया है। यहां भी घोटालेबाजों के खिलाफ कमेटी को पर्याप्त सबूत मिले हैं। अब देखना है कि राज्यपाल क्या फैसला लेते हैं! इसी से पता चलेगा कि जांच कमेटी ने राजभवन को क्या रिपोर्ट सौंपी है?
जिनके खिलाफ घोटाले की जांच, उन्हीं के साथ मिलकर लाखों की खरीदारी
रेडक्रॉस में वो सब संभव है जो कहीं और नहीं। (CG Raipur News) खून को अलग-अलग रूप में प्रोसेस करने के लिए ब्लड बैंक में अभी 30-40 लाख की मशीन लगाने की तैयारी है। डील से लेकर इंस्टॉलेशन के काम में वहीं कर्मी हैं जिन पर खून की कालाबाजारी का आरोप है।
घोटालेबाजों पर कार्रवाई के लिए नर्सिंग यूनियन ने भी राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
छत्तीसगढ़ स्टेट हेल्थ नर्सिंग यूनियन ने 2 दिन पहले राजभवन जाकर घोटालेबाज कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है। (Raipur News Today) अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने कहा कि अकाउंटेंट और सुपरवाइजर सालों से घोटाला कर रहे हैं। दोषियों के खिलाफ अगर सख्त कार्रवाई नहीं होती है तो हम एंटी करप्शन ब्यूरो जाएंगे।
जांच कमेटी ने राजभवन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में क्या है, फिलहाल मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अब राज्यपाल जैसा आदेश करेंगे, वैसा किया जाएगा।
- एमके राउत, सीईओ, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़
कमेटी ने जांच पूरी कर ली है। (Raipur News) जो बातें सामने आई है, उस पर रिपोर्ट तैयार कर राज्यपाल को सौंप दिया गया है। इस बारे में मैं आपको इससे ज्यादा कुछ नहीं बता सकता।
- डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे, कलेक्टर रायपुर
Published on:
09 Jun 2023 10:43 am
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