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SSC के 138 स्टूडेंट्स को मिलने वाला था फर्जी ज्वॉयनिंग लेटर, ASP ने किया ये बड़ा खुलासा

Staff Selection Commission Fake joining: एसएससी की विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल हुए 78 परीक्षार्थियों के नाम-पते व मोबाइल नंबर की लिस्ट (SSC Fake Recruitment) मिली है।

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SSC के 138 स्टूडेंट्स को मिलने वाला था फर्जी ज्वॉयनिंग लेटर, ASP ने किया ये बड़ा खुलासा

SSC के 138 स्टूडेंट्स को मिलने वाला था फर्जी ज्वॉयनिंग लेटर, ASP ने किया ये बड़ा खुलासा

रायपुर. कर्मचारी चयन आयोग (SSC) के नाम पर वाटरमैन और स्वीपर के पद पर नियुक्ति का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजकर ठगी करने वाले तीन और ठग को पुलिस ने दिल्ली और हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है। इसमें एक मास्टरमाइंड भी (SSC Fake Recruitment) शामिल है। आरोपियों के पास एसएससी की विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल हुए 78 परीक्षार्थियों के नाम-पते व मोबाइल नंबर की लिस्ट मिली है। आरोपी इन्हें भी ठगने की तैयारी में थे। (Staff Selection Commission Fake joining latter) इसके अलावा 60 से अधिक फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी मिले हैं। इसके अलावा मोबाइल, प्रिंटर, लैपटॉप, एटीएम कार्ड, फर्जी नाम-पते वाला बैंक खाता, पासबुक आदि बरामद हुआ है (crime in raipur )।

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि एसएससी के रीजनल डायरेक्टर की ओर से शिकायत मिली थी कि छत्तीसगढ़ एसएससी के नाम पर बेरोजगारों को वाटरमैन और स्वीपर के पद पर भर्ती का झांसा देकर ठगी की जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच की।

इस दौरान आरोपी की ओर से भेजे गए ज्वाइनिंग लेटर और जिन खातों में पीडि़तों से पैसा जमा करवाया गया था, उसकी जांच की गई। इसमें एक आरोपी दीपक कुमार को पकड़ा गया था। उससे हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस की टीम ने दिल्ली से संदीप कुमार उर्फ संजय दबास और अरशद खान को पकड़ा। इसके बाद दोनों से कड़ाई से पूछताछ की गई। दोनों ने फरीदाबाद, हरियाणा निवासी शिवम कुमार के बारे में जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने शिवम को भी गिरफ्तार कर लिया।

पूरे मामले का मास्टरमाइंड शिवम है। एसएससी में शामिल हुए परीक्षार्थियों का जानकारी लेने के बाद वह फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बनाता था। एसएससी का लोगो और अधिकारियों के हस्ताक्षर को स्कैन करके प्रिंटर से प्रिंट निकाल लेता था। इसके बाद परीक्षार्थी के पते पर भेज देता था। इसके बाद संदीप, दीपक या अरशद फोन करके अपने बैंक खातों में पैसा जमा कराते थे।

पुलिस का दावा है कि इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन पुलिस परीक्षार्थियों का डेटा ठगों तक पहुंचाने वाले का पता नहीं लगा पाई है। आरोपी शिवम् के पास अलग-अलग शहरों और राज्यों के 78 परीक्षार्थियों की जानकारी वाली सूची मिली है। यह जानकारी उसके पास कहां से आई? इस संबंध में आरोपी कुछ नहीं बता रहा है। इसके अलावा 60 से ज्यादा फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी मिले हैं, जिसे पोस्ट करना था। एसएससी की परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों का डेटा कैसे मिला? पुलिस इसका खुलासा (Staff Selection Commission) नहीं कर पाई है।