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बढ़ते ठंड ने बढ़ाई बच्चों की चिंता, इन जिलों में स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव नहीं

ऐसे में सवाल ये उठता है कि दिसंबर की हाड़ कंपा देने वाली ठंड शुरू होने के बाद भी जिला प्रशासन इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक दिसंबर का महीना सबसे ठंडा होता है. इसमें अधिकतम तापमान 23 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 8 से 9 डिग्री तक रहता है. ठंड से सबसे अधिक प्रभावित बस्तर संभाग के 7 जिले बस्तर कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाडा, सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर जिलों में ठंड के तेवर देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूल की टाईमिंग में बदलाव कर दिया.

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छत्तीसगढ़ में हमेशा की तरह ठंड (Cold) ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिया हैं. प्रदेश के बस्तर और सरगुजा संभाग मे बेतहाशा ठंड की वजह से जहां एक तरफ बाजार लेट खुल रहे हैं, वहीं शाम को जल्दी बंद हो जा रहे हैं. कामकाजी लोग भी दफ्तर लेट पहुंच रहे हैं और जल्दी घर आने की कोशिश कर रहे हैं. ठंड का सबसे अधिक असर स्कूली बच्चों पर देखा जा रहा है. ठंड की वजह से स्कूलों में छात्रों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. बढ़ती ठंड को देखते हुए कई जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में स्कूलों की टाइमिंग (School Timing) में बदलाव किया है, हालांकि अभी भी कई जिले ऐसे हैं जहां स्कूल की टाइमिंग में कोई फर्क नहीं पड़ा है, जिसकी वजह से यहां छात्रों को स्कूल जाने में परेशानी हो रही है.

ऐसे में सवाल ये उठता है कि दिसंबर की हाड़ कंपा देने वाली ठंड शुरू होने के बाद भी जिला प्रशासन इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक दिसंबर का महीना सबसे ठंडा होता है. इसमें अधिकतम तापमान 23 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 8 से 9 डिग्री तक रहता है. ठंड से सबसे अधिक प्रभावित बस्तर संभाग के 7 जिले बस्तर कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाडा, सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर जिलों में ठंड के तेवर देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूल की टाईमिंग में बदलाव कर दिया. जहां पहले सुबह 7 से 7.30 बजे स्कूल शुरू हो जाते थे. तो वहीं अब इन जिलों में स्कूल की टाईमिंग सुबह 9 से 4:15 तक कर दी गई है.

सरगुता के कोरिया और जशपुर में नहीं बदली गई स्कूल टाइमिंग
दूसरे सबसे अधिक प्रभावित संभाग सरगुजा की बात करें तो यहां मुख्यालय अम्बिकापुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, जशपुर, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भऱतपुर, सूरजपुर, कोरिया जिले में दिसंबर माह में बेहद ठंड पडती है. इसके बावजूद कोरिया और बेहद ठंडे जशपुर जिले में स्कूलों के टाइम में अब तक कोई बदलाव नहीं किया गया है. बांकी के पांच जिलों में स्कूलों की औसत टाईमिंग सुबह 9:15 से 4:30 कर दी गई है, जिससे कि स्कूली बच्चे ठंड से बच सकें.

बिलासपुर में भी ठंड से कांप रहे छात्र
इधऱ बात करें बिलासपुर संभाग के अत्यधित ठंडे गौरेल-पेंड्रा-मरवाही जिले की तो यहां के जिला प्रशासन या शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों की टाइमिंग बदलने संबधित कोई आदेश जारी नहीं हुआ है.

दुर्ग और रायपुर में भी यही हैं हालात
इसके अलावा दुर्ग संभाग के सात जिलों में सबसे अधिक ठंड कबीरधाम जिले मे पड़ती है, कबीर धाम जिला मध्य प्रदेश के कान्हा नेशनल पार्क से लगा है और साथ ही यहां वनों की अधिकता है. इसलिए यहां पर अच्छी खासी ठंड पडती है लेकिन इस जिले में भी जिला प्रशासन या शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल टाइम बदलने जैसे कोई आदेश नहीं हुए हैं. अब बात करें रायपुर संभाग की तो वैसे बीते वर्षों में रायपुर संभाग में स्कूल की टाइमिंग चेंज करने लायक ठंड तो नहीं पड़ी लेकिन इस बार बेमौसम बारिश के बाद यहां भी अच्छी खासी ठंड पड़ रही है, यहां भी स्कूल की टाइमिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है.