6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भू-माफिया को बचाने पूर्व भू-मालिक के नाम लिखा एफआईआर करने को

नगर पालिका आरंग की बड़ी लापरवाही, भाजपा जांच दल ने भू-माफियाओं पर कार्रवाई करने की उठाई मांग

2 min read
Google source verification
भू-माफिया को बचाने पूर्व भू-मालिक के नाम लिखा एफआईआर करने को

भू-माफिया को बचाने पूर्व भू-मालिक के नाम लिखा एफआईआर करने को

रायपुर. आरंग में 22 एकड़ में अवैध प्लॉटिंग के मामले में नगर पालिका आरंग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नगर पालिका प्रशासन ने प्लॉटिंग करने वाले भू-माफिया के बजाय एेसे किसान के नाम पर एफआईआर की प्रक्रिया कर दी थी, जिसने कुछ माह पहले ही एकड़ के भाव में जमीन भू-माफिया को बेच दी थी।
7 दिसंबर को आरंग नगर पालिका सीएमओ ने 19 लोगों पर एफआईआर करने के लिए पत्र लिखा था। इसमें किसान गोवर्धन प्रसाद चंद्राकर के नाम भी पत्र में दर्ज है। जबकि किसान नें 10 अगस्त 2021 को खसरा क्रमांक 2172/2,4 रकबा 0.243 हेक्टेयर और 0.356 हेक्टेयर चूड़ामणी चंद्राकर और हरीश चंद्राकर को बेच दिया था। इसके बाद भी नगर पालिका ने चार माह बाद किसान के नाम पर आरंग पुलिस को एफआईआर के लिए पत्र लिखा था। यह पूरा खेल नगर पालिका आरंग ने असली भू-माफिया को बचाने के लिए रचा था।


एफआईआर दर्ज होने के बाद किसान को होती मुसीबत
किसान द्वारा आपत्ति दर्ज कराने पर मामला भू-माफिया पर दर्ज करने के लिए लिखा गया। यदि किसान को जानकारी नहीं होती और उनके नाम पर एफआईआर दर्ज भी हो जाती तो किसान को न्यायालय से ही जमानत मिल पाती।

पत्रिका की खबर से हुई किसान को जानकारी
बता दें कि पत्रिका ने 12 दिसंबर को 19 किसानों का नाम प्रकाशित करके बताया था कि इनके नाम पर एफआईआर दर्ज करने के लिए नगर पालिका ने आरंग पुलिस को पत्र लिखा था। इसके बाद किसान गोवर्धन प्रसाद चंद्राकर को खुद पर होने वाली कार्रवाई की जानकारी मिली। जिस पर उन्होंने आरंग नगर पालिका का कार्यालय जाकर आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद आरंग सीएमओ ने संशोधन पत्र जारी कर आरंग थाना प्रभारी से चूड़ामणी चंद्राकर के नाम पर एफआईआर दर्ज करने की कहा। साथ ही उक्त किसान का नाम हटाने को कहा।

किसान की आपत्ति मिलते ही नाम हटाने के लिए थाना प्रभारी को पत्र लिखा गया है। आगे की कार्रवाई थाना प्रभारी द्वारा की जा रही है। पुलिस ने सभी चिन्हांकित भूमियों की जानकारी राजस्व विभाग से मांगी थी। उससे भी वास्तविक भू-स्वामियों की जानकारी मिल गई है।
सौरभ शर्मा, सीएमओ, आरंग नगर पालिका