
ऑटोमेटिक मशीनों से होगी वाहन की फिटनेस जांच
CG Raipur News : परिवहन विभाग अब जल्दी ही ऑटोमेटिक मशीनों के जरिए यात्री बसों, मालवाहक निजी वाहनों के फिटनेस की जांच करेगा। 6 साल के अथक प्रयास के बाद रायपुर आरटीओ परिसर में प्रदेश के पहला ऑटोमेटिक फिटनेस टेङ्क्षस्टग सेंटर शुरू करने की तैयारी चल रही है। केंद्र सरकार ने 2017 में इसके निर्माण की स्वीकृत दी थी। इसका शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से समय मांगा गया है। (cg news today) उनकी अनुमति मिलते ही सेंटर को शुरू कर दिया जाएगा।
परिवहन विभाग के सचिव एस प्रकाश ने बताया, अब फिटनेस स्वचालित मशीन के द्वारा होगी। सडक़ हादसों को कम करने और सडक़ पर दौड़ रही कंडम वाहनों को चिन्हांकित करने के लिए इसे शुरू किया जा रहा है। (cg hindi news) इस समय वाहन की जांच आरटीओ कार्यालय में इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। वह जांच करने के बाद फिटनेस प्रमाण-पत्र जारी करते हैं। अनफिट वाहन के चलने से सड़क हादसों की आशंका बनी रहती थी। (cg news) इन सभी को ध्यान में रखते हुए हैवी गाडिय़ों का फिटनेस 1 अप्रैल 2024 से ऑटोमैटिक फिटनेस सेंटर से अनिवार्य रूप से कराने के लिए अधिसूचना जारी की गई है।
परिवहन विभाग ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस और वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की होम डिलीवरी कर रहा है। साथ ही रोड टैक्स सहित विभिन्न सेवाओं को ऑनलाइन किया गया है।
वाहनों की क्षमता के आधार पर शुल्क
परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा ने बताया, फिटनेस जांच करने वाहनों की क्षमता के आधार पर शुल्क का निर्धारण किया जा रहा है। बता दें कि नई वाहन की खरीदी करने के बाद प्रथम 2 वर्ष फिटनेस जांच नहीं कराना पड़ता है। (raipur news) इसके बाद 8 वर्ष तक प्रत्येक 2 वर्ष में और 8 वर्ष से अधिक पुरानी यात्री बस और मालवाहक वाहन का प्रतिवर्ष फिटनेस कराना अनिवार्य है। वहीं 15 वर्ष पुरानी कंडम वाहनों को सडक़ों से बाहर करने के लिए स्क्रैप नीति लागू की गई है। (chhattisgarh news) इसके तहत वाहन को स्क्रैङ्क्षपग कराने के बाद नई गाड़ी खऱीदने पर रोड टैक्स में 25 फीसदी तक छूट मिलेगी। इसका लाभ लेने के लिए स्क्रैङ्क्षपग सेंटर द्वारा जारी प्रमाण पत्र पेश करना पड़ेगा।
Published on:
04 Jul 2023 09:57 am
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