ओवरथिंकिंग का दुष्प्रभाव
ऐसे बचे overthinking से
किसी भी बात पर तुंरत रिएक्ट करने से बचें, कोई भी बात जिससे आपको गुस्सा या दुख पहुंचता हो, उसपर तुंरत रिएक्ट करने से बचें। ऐसे में घर से बाहर निकलें या तुरंत किसी और काम में अपना दिमाग लगा दें। साइकिल चलाने या बाहर यूं ही टहलने निकल जाएं।
सांस लें और ध्यान लगाएं
आप दुनिया की हर चीज को नियंत्रित नहीं कर सकते, ऐसे में अगर आप योग और एक्सरसाइज को दैनिक रूप से करें, तो यह आपके मस्तिष्क की अव्यवस्था को साफ कर सकता है।
अकेले न रहे और दोस्तों से बात करें
खुद को अकेले छोड़ना ओवरथिंकिंग को ट्रिगर करता है। ऐसे में खुद को अकेले मत छोड़िए। आपको जब भी लगे कि आप ज्यादा सोच रहे हैं, तो उस अकेली जगह को छोड़े और दोस्तों के बीच चलें जाएं। अपने परिवार और दोस्तों के पास जाएं
अपनी उपलब्धियों के बारे में सोचें
ऐसे में एक पल के लिए सोचें कि आपने अपने जीवन में क्या हासिल किया है। मामूली उपलब्धियां हो सकती हैं, लेकिन आपके पास शायद एक भूमिका थी। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि आप इस समय जो भी आपके मन को भटका रहे हैं, उससे अधिक आप मजबूत और सक्षम हैं।
खुद को माफ करें और गलतियों को भूलें
जीवन में हर किसी से कोई न कोई गलती होती ही है। ऐसे में आपको इन चीजों को भूलकर आगे बढ़ना चाहिए। दूसरों को माफ करने के लिए जरुरी है, पहले खुद सभी चीजों को आसान बनाकर देखें और गलतियां भूल जाएं।