वर्ष 2023 में तीज त्योहार कभी जल्दी पड़ेंगे तो कभी देरी से। नए साल में सावन माह तक पड़ने वाले सभी पर्व 2022 की तुलना में 10 दिन जल्दी आएंगे, तो वहीं सावन के बाद के सभी पर्व 15 से 20 दिन देरी से आएंगे।
2023 में पुरुषोत्तम मास होगा, इसे अधिकमास भी कहा जाता है। इसके कारण सावन का महीना दो माह का होगा। सावन चार जुलाई से प्रारंभ होकर 29 अगस्त तक चलेगा। इस बीच 18 जुलाई से 16 अगस्त तक पुरुषोत्तम माह होगा। इसलिए सावन के दो माह में भगवान भोलेनाथ और भगवान विष्णु की विशेष आराधना होगी। इसी प्रकार चातुर्मास भी चार के बजाए पांच माह का होगा।अधिकमास के कारण होली का पर्व 2022 की तुलना में 10 दिन जल्दी आएगा। वहीं दिवाली का पर्व 17 दिन की देरी से आएगा। वर्ष 2022 में 24 अक्टूबर को दिवाली मनाई गई थी। जबकि 2023 में इसी दिन विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा।
पड़ेेंगे आठ सावन सोमवार
भगवान शिव का पवित्र और प्रिय माह सावन दो महीने का तक मनाया जाएगा। अधिकमास के चलते साल 2023 में सावन का महीने में कुल 8 सावन सोमवार होंगे। ये सावन सोमवार इन तारीखों को पड़ेंगे। 10 जुलाई, 17 जुलाई, 24 जुलाई, 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त, 21 अगस्त, और 28 अगस्त। सावन का महीना लंबा होने का कारण शिव भक्तों का अपने आराध्य देव भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा।
2022 पर्व 2023
● 01 मार्च महाशिवरात्रि 18 फरवरी
● 18 मार्च होली 08 मार्च
● 02 अप्रैल चैत्र नवरात्र 22 मार्च
● 03 मई अक्षय तृतीया 22 अप्रैल
● 14 जुलाई सावन माह 04 जुलाई
● 02 अगस्त नागपंचमी 21 अगस्त
● 11 अगस्त रक्षाबंधन 30 अगस्त
● 19 अगस्त जन्माष्टमी 07 सितंबर
● 31 अगस्त गणेश चतुर्थी 18 सितंबर
●26 सितंबर शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर
● 5 अक्टूबर विजयादशमी 24 अक्टूबर
● 24 अक्टूबर दिवाली 12 नवबर
● 04 नंवबर एकादशी 23 नंवबर