
यूरिन इंफेक्शन की समस्या: शरीर में पानी के कारण शरीर में उपस्थित टॉक्सिन्स बाहर नही जा पाते जिस कारण हमें यूरीन इंफेक्शन से जूझना पड़ सकता है।

पेट में अल्सर की संभावना: पेट में कम पानी के कारण पेट मे से एसिड यानी की अम्ल बाहर नही निकल पाता जिस कारण पेट में छाले होने लगते है और यह गंभीर समस्या हो सकती है।

कब्ज की समस्या: शरीर में पानी की कमी के कारण कई सारी दिक्कत शुरू होती है। जिसका सीधा असर पेट पर पड़ता है। जैसे कब्ज की शिकायत से लेकर गंभीर बीमारी व खाना ठीक से पचे इसके लिए जरूरी है कि आप खूब पानी पिएं।

सुस्ती महसूस होना: सर्दियों में ठंड की वजह से पानी कम पीने से शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार होने लगता है और हमारी एनर्जी लेवल कम हो जाती है। इससे हम हमेशा सुस्ती महसूस करते हैं।

मोटापा: सर्दी के मौसम में हम सभी शारीरिक गतिविधि कम करते हैं और भूख अधिक लगती है, जिससे हम खूब खाते हैं और पानी कम से कम पीते हैं। यही वजह है कि हम सर्दियों में मोटापे का शिकार हो जाते हैं।

शरीर के लिए कितना पानी है जरूरी: सर्दी के मौसम में खुद को पानी पीकर हाइड्रेट रखना जरूरी है। सभी लोगों को खुद को हाइड्रेट रखने के लिए एक बराबर मात्रा में पानी की जरूरत नहीं होती है। इसका निर्धारण पुरुषों और महिलाओं की गतिविधि के अनुसार होता है। पुरुषों को कम से कम दस ग्लास तक पानी पीना चाहिए और महिलाओं को कम से कम आठ ग्लास तक पानी पीना चाहिए। वहीं, ब्रेस्ट फीडिंग करने वाली महिलाओं को कम से कम दस ग्लास पानी जरूर पीना चाहिए।

बेजान त्वचा: पानी की कमी के कारण त्वचा बेजान हो जाती है। हमारी स्किन ड्राई हो जाती है इसलिए हर रोज 5-7 ग्लास पानी जरूरी पीना चाहिए।