रायसेन. शहर में बीती रात मध्यम बारिश शुरू होते ही अंधेरा छा गया। लगातार दूसरी बार कल रात अंधेरा कायम रहा। जिससे लोग दहशत में थे कि कहीं चोरी, लूट जैसी कोई संगीन वारदात न हो जाए। इसके लिए कईकॉलोनियों में लोगों ने रतजगा किया। वही मच्छरों ने भी परेशान किया। लोगों ने बिजली कंपनी के दफ्तर में फोन लगाया, लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया। थकहारकर लोग अपनी खुन्नस बिजली कंपनी के अधिकारियों पर निकालते रहें।
रायसेन जिला मुख्यालय पर बिजली कंपनी के अमले की मनमानी का आलम यह है कि रोजाना थोड़ी सी बारिश में ही वह बिजली गुल कर बैठ जाता है। कई बार रात में बिजली के फाल्ट की शिकायतें आने पर भी मेटेनेंस कार्य नहीं करते हैं। सुबह उजाला होने के बाद मेंटनेंस काम शुरू करते हैं। काम पूरा होते तक बिजली सप्लाई ठप रहती है।
शहर के चारों फीडरों में से सबसे ज्यादा बिजली के फॉल्ट गोपालपुर बिजली फीडर पर होते हैं, क्योंकि इस फीडर पर ओवरलोड बिजली कनेक्शन हैं। इसके अलावा कम पॉवर के ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। लोड के हिसाब से डीपी अधिक पॉवर की स्थापित की जाना चाहिए, ताकि वह लाइट का लोड उठा सकें। बिजली कंपनी के अधिकारी इस तरफ गंभीरता से ध्यान नहीं देते हैं। इस तरह चौबीस घंटे बिजली सप्लाई के लिए बनाई गई अटल ज्योति योजना, अटक अंधेरे योजना में तब्दील होती नजर आ रही है। विपक्ष के नेताओं ने तो इसे जुमला बना लिया है।
दरअसल गोपालपुर बिजली फीडर से जुड़े मोहल्ले,कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को दिन रात लाइट कटौती की मार से जूझना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में तो यह समस्या तीन गुना से भी अधिक बढ़ जाती है। इसके कारण अन्य बिजली फीडरों पर भी बिजली फॉल्ट की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बहरहाल बिजली बंद होने से गुरुवार सुबह नलों से पानी सप्लाई नहीं हो सकी। इसके कारण लोगों को परेशानी हुई।
हालांकि बिजली कंपनी के अमले ने हरेक बिजली फीडर पर बारिश पूर्व 3 से 4 घंटे रोजाना मेटेनेंस कार्य करने का दावा किया था, बावजूद फॉल्ट की समस्या हरदम बनीं रहती है, बिजली अमला इस समस्या को हल कराने में रुचि नहीं ले रहा है।
शहर में बार-बार बिजली आने जाने का सिलसिला पिछले एक सप्ताह सेे लगातार जारी है। बुधवार की रात लाइट गुल रहने की वजह से टंकियों में पानी न भर पाने की वजह से गुरूवार को सुबह पानी सप्लाई नहीं हो सका। जिसके चलते लोगों को जल संकट का सामना भी करना पड़ा ।
बिजली उपभोक्ता पीडब्ल्यूडी कॉलोनी के जीवन रैकवार की शिकायत है कि बिजली गुल होने का कारण जानने इमरजेंसी शिकायत रूम भोपाल को लैंडलाइन पर फोन लगाते हैं, तो कर्मचारी इस फोन को रिसीव करना तक मुनासिब नहीं समझते हैं। वही शुभम गोस्वामी ने बताया कि अधिकारी सहित लाइनमैन सिर्फ बिजली जल्द सप्लाई आने का आश्वासन देते हैं। पर लाइट नहीं आते हैं।
गोपालपुर बिजली फीडर से जुड़े गोपालपुर, वीआईपी कॉलोनी, शीतल सिटी, कलेक्ट्रेटकॉलोनी, सांई बिहार कॉलोनी, प्रिंस बिहार कॉलोनी,पुलिस लाइन, पुलिस 96 आवास, मढ़ईपुरा , फौजदारपुरा, नरापुरा गवोईपुरा, तिपट्टा बाजार आदि क्षेत्रों में आए दिन लाइट फॉल्ट होने घंटों लाइटगुल रहने की समस्या से लोग परेशान हो चुके हैं। लोगों का रात का समय उमस गर्मी व मच्छरों की भिनभिनाहट से बमुश्किल कट रहा है।
बीती रात करीब एक बजे अचानक बिजली गुल हो गई। नरापुरा, कलेक्ट्रेट कॉलोनी में आई फॉल्ट को खोजने में अमला रातभर जुटा रहा। इस बीच शहर में मध्य रात्रि तेज वर्षा शुरू हो गया। सुबह 6 बजे कुछ देर बारिश थमने के बाद अंत में सुबह 6 बजे फाल्ट मिला, जिसे सुधारने में 4 घंटे लग गया। गुरुवार का सुबह सवा 11 बजे गोपालपुर फीडर से लाइट सप्लाई की जा सकी। दो दिन पहले भारत नगर कॉलोनी में रात के समय इंसुलेटर ब्लॉस्ट हो जाने की वजह से गोपालपुर बिजली सब स्टेशन से घंटों लाइट गुल रही थी। गृहणी ज्योति सोनी, सविता सेन, भारती बघेल, मीना धाकड़, किरण देवी सोनी, नीतू यादव का कहना है कि रात की लाइट कटौती भारी पड़ रही है। सुबह जल्दी उठकर स्कूली बच्चों के लिए नाश्ते का टिफिन तैयार करने के लिए अंधेरे में परेशानी होती है।
शहर में बार-बार फॉल्ट आने की समस्या पैदा हो रही है। जिसे उसे सुधारने के लिए अन्य फीडरों में भी बिजली बंद करना मजबूरी है।पहले फॉल्ट खोजना पड़ता है। उसके बाद उसे सुधारने की दिशा में प्रयास किए जाते हैं। शहर की लाइट व्यवस्था को सुचारु रखने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। - एसआर पाली जेई सिटी रायसेन