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टेढ़े-मेढ़े खंभों पर बिजली सप्लाई का बोझ

मेंटेनेंस सही तरीके से नहीं होने से बढ़ रही है परेशानी, वाहनों के गुजरने से टूट जाते हैं बिजली के तार, वाहनों की टक्कर से झुके बिजली पोल

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veerendra singh

Aug 01, 2017

Raisen

Raisen


रायसेन.
शहर में लगे टेढ़े-मेढ़े और झुके हुए बिजली खंभों के कारण बिजली के तार नीचे झूलने लगे हैं। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर में लगभग 60 स्थानों पर खंभे आड़े-तिरछे स्थिति में हैं। वर्षो पुराने खंभों पर लगे बिजली के तार भी उलझकर टूट जाते हैं। बिजली कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार स्टॉफ और साधनों की कमी भी बरकरार है। ऐसी स्थिति में वह खंभे बदलने सहित लाइट मेंटेनेंस कार्य कैसे करें।

इसके चलते वे खंभों को सुधारने के साथ लाइन ठीक नहीं करवा पा रहे हैं। बिजली कंपनी के अधिकारी हमेशा यह बात कहते हैं कि जो खंभे आड़े तिरछे हो गए हैं, कुछ झुक गए हैं। उनको ठीक जल्द करा दिया जाएगा। लेकिन साल भर से ज्यादा समय गुजर जाने के बाद भी सुधार होना बड़ा मुश्किल लग रहा है। जो खंभे सड़क किनारे लगे हुए हैं। उनके रखरखाव की जिम्मेदारी बिजली कंपनी की है। किसी के मकान से या फिर परिसर के आसपास के बिजली पोल हटवाने के लिए संबंधित व्यक्ति को अपनी ओर से भी जेबों से राशि जमा करना पड़ रही है।

शहर में इन दिनों सबसे ज्यादा परेशानी, राहुल नगर, मुखर्जी नगर, पटेल नगर, चोपड़ा मोहल्ला, नया बस स्टैंड भोपाल रोड, गोपालपुर, सागर रोड के सामने, भगवती मैरिज गार्डन के ठीक सामने, वीआईपी कॉलोनी, श्रीराम अयोध्या मैरिज गार्डन के नजदीक, गवोईपुरा, तिपट्टा बाजार, गंजबाजार आदि में ज्यादा है। लोगों को बार-बार बिजली तार टूटने और झुके हुए खंभों के कारण घण्टों परेशान होना पड़ता है।

बिजली कंपनी के अधिकारियों की मानें तो काम बहुत ज्यादा है। लेकिन स्टाफ कम है। इसके चलते काफी काम प्रभावि होता है। बारिश के दौरन जब लाइट फॉल्ट हेाने, जंफर टूटने और इंसुलेटर फुंकने पर अमले को सुधार कार्य करने में घंटों समय लगता है। अगर कंपनी का स्टाफ बढ़ाया जाए तो काम आसान हो सकता है।

बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक उनकी पहली प्राथमिकता होती है बिजली फीडरों पर काम कराना। जब सब स्टेशनों पर कोई बिजली सप्लाई व्यवस्था प्रभावित होती है तो इसकी व्यवस्था जिम्मेदार अधिकारियों को संभालनी पड़ती है। इसके बाद दूसरे कार्यो पर फोकस किया जाता है। यदि सब स्टेशन पर कोई समस्या खड़ी होती है तो सभी क्षेत्र की बिजली गुल कर सुधार कार्य कराया जाता है। फिर ट्रांसफार्मर स्तर की बात आती है।

बिजली कंपनी के सिटी जेई एसआर पाली का कहना है कि समस्या के निराकरण के लिए बिजली कंपनी ने सभी तरह 12 कर्मचारियों की मांग की है। ये कर्मचारी मिल जाने के बाद दो अलग-अलग समूह बनाकर अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी।

सागर भोपाल तिराहे पर लगा बिजली पोल एक ट्रक की टक्कर से टेढ़ा हो चुका है। लंबे समय बाद भी खंभे को नहीं बदला है। हमने कई बार शिकायतें की पर कोई ध्यान नहीं दिया। - काका ख्यालदास खूबचंदानी, आटो पार्ट्स व्यापारी

हमारी कॉलोनी में कई जगह बिजली तार लटके हुए हैं। कुछ स्थानों पर झुके खंभे नहीं बदले गए हैं। इससे आए दिन बिजली तार वाहनों में उलझ कर टूट जाते हैं। -विशाल कुमार गुप्ता

लाइन में फॉल्ट हो जाने जंफर जलने और इंसुलेटर ब्लास्ट होने की समस्या बारिश के दौरान ज्यादा बढ़ जाती हैं। जिससें आम लोगों को परेशानी होती है। बिजली कंपनी में स्टाफ बहुत कम है जबकि एरिया बड़ा है। स्टाफ बढ़ जाने के बाद समूह बनाकर काम लिया जाएगा। -एसपी दुबे,बिजली कंपनी डीई रायसेन

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