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पेट्रोल पंपों पर नियमों की अनदेखी ग्राहकों की बढ़ी समस्या

निर्देशों को ताक पर रखकर, पेट्रोल पंप संचालक कर रहे मनमानीग्राहक परेशान,पानी की मिलावट से वाहन हो रहे खराब।

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पेट्रोल पंपों पर नियमों  की अनदेखी   ग्राहकों की बढ़ी समस्या

पेट्रोल पंपों पर नियमों की अनदेखी ग्राहकों की बढ़ी समस्या

उदयपुरा. नगर के आसपास भोपाल, जबलपुर, सिलवानी सहित गाडरवारा मार्ग पर लगभग आधा दर्जन पेट्रोल पंप संचालित हो रहे। इनमें से कुछ पेट्रोल पंपों पर उनके संचालक और मैनेजर कंपनी अधिकारियों की सांठगांठ से जमकर अनियमितताएं कर रहे। जिसका खामियाजा ग्राहकों को भुगतना पड़ रहा। इनमें से उदयपुरा से गाडरवारा के दोनों पेट्रोल पंपो की स्थिति कुछ ज्यादा खराब इसलिए है कि इनके संचालकों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। इन पेट्रोल पंपो पर ग्राहकों से ईमानदारी नहीं बरती जा रही। कुछ पंपों पर नजदीकी थाना, फायर स्टेशन और संबंधित कंपनी के सेल्स ऑफिसर का नंबर भी नहीं लिखा गया। जबकि ये सभी नम्बर अनिवार्य रुप से लिखे जाना चाहिए। क्योंकि आपात स्थिति में इन नंबरो से सहायता मिलती है।
पानी मिला पेट्रोल मिल रहा
वहीं नगर के वाहन मैकेनिकों से जब चर्चा की गई तो पता चला कि पेट्रोल में पानी मिलावट की स्थिति सामने आ रही। इससे बाइक चालक खासे परेशान हैं। वाहनों के इंजन खराब हो रहे और पर्याप्त माइलेज नहीं मिल पाता। जिससे वाहन मालिकों को बार-बार पेट्रोल भरवाने के साथ मैकेनिकों से वाहन की रिपेयरिगं करानी पड़ रही।
सरकार ने बदली व्यवस्था
गौरतलब हो कि अब खाद्य विभाग सहित प्रशासन का हस्तक्षेप सरकार ने बंद कर दिया है। जबकि तीन वर्ष पेट्रोल पंपो जांच खाद्य विभाग के अफसर करते थे। तब काफी हद तक व्यवस्थाएं ठीक रहती थी। मगर अब प्रशासन एवं खाद्य विभाग को इस कार्य से सरकार ने अलग कर दिया। ऐसे में पेट्रोल पंप संचालक संबंधित कंपनियों की मिलीभगत से मनमानी करने में जुटे हुए।
ऐसे में ग्राहकों को कंपनियों के दफ्तर जाकर शिकायत करना काफी परेशानी भरा साबित हो रहा। स्थानीय स्तर पर शिकायत नहीं होने की वजह से पेट्रोल पंप संचालक और उनके कर्मचारी ग्राहकों की नहीं सुनते।