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नवरात्रि में सीधी हो जाती है मां कंकाली की टेढ़ी गर्दन, चमत्कारी मंदिर में आते है हजारों भक्त

Navratri 2025: भारत का एक मात्र ऐसा मंदिर जहां कंकाली माता की गरदन 45 डिग्री तक झुकी हुई है। 400 साल पुराने इस मंदिर में माता की टेढ़ी गरदन नवरात्रि के दिनों में सीधी हो जाती है। मान्यता है कि इस दौरान भक्त जो भी मांगता है मां उसकी मुराद जरूर पूरी करती है

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Maa Kankali crooked neck becomes straight during Navratri

Maa Kankali crooked neck becomes straight during Navratri

Navratri 2025: मध्यप्रदेश में चैत्र नवरात्रि की धूम शुरू हो गई है। दुर्गा पंडाल सज गए है, मंदिरों की सफाई हो गई है और सड़कों को भी रंग-बिरंगी लाइटों से सजा दिया गया है। अब भक्त नवरात्रि में माता के अलग अलग रूपों के दर्शन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बहुत से श्रद्धालु माता के चमत्कारी मंदिरों में जाने की प्लानिंग कर रहे है। राजधानी भोपाल से महज कुछ ही दूरी पर स्थित देवी मां(Maa Kankali temple) का एक ऐसा अनोखा और चमत्कारी मंदिर है जहां नवरात्रि के समय आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ता है। मंदिर की ऐसी अनोखी मान्यता है जिसके चलते दूर-दूर से भक्त यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं।

भोपाल से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित 400 साल पुराने मां कंकाली मंदिर के चमत्कार दुनियाभर में प्रसिद्ध है। ये भारत का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां कंकाली माता की गरदन 45 डिग्री तक झुकी हुई है। ये टेढ़ी गरदन नवरात्रि के दिनों में सीधी हो जाती है। मान्यता है कि इस दौरान भक्त जो भी मांगता है मां उसकी मुराद जरूर पूरी करती हैं।

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कंकाली माता मंदिर

मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में मौजूद मां कंकाली(Maa Kankali crooked neck) का मंदिर सर मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि, पूरे देश के सबसे चर्चित मंदिरों में शामिल है। चमत्कारों और मान्यताओं से भरपूर ये मंदिर राजधानी भोपाल से महज 25 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। मां कंकाली के दर पर आम दिनों में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

भक्तों के बीच प्रचलित धारणाएं

इस दिन सीधी होती है गर्दन : भक्तों का मानना है कि नवरात्रि के समय मां कंकाली के टेढ़ी गर्दन सीधी हो जाती है। नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा के सातवें रूप माता कालरात्रि की पूजा की जाती है। कई लोगों का मानना है कि इसी दिन माता प्रचलित चमत्कार देखने को मिलता है।

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देखते ही ख़त्म होती है परेशानी : मां कंकाली मंदिर(Maa Kankali temple) को लेकर एक ये धारणा भी प्रचलित है कि कोई भी भक्त अगर माता की टेढ़ी गर्दन को सीधी होते देख लेता है, उसके जीवन की सारी परेशानियां एक पल में गायब हो जाती है। और उसका जीवन खुशियों से भर उठता है।

मनोकामना होती है पूरी: माता के दर पर आए भक्तों और स्थानीय लोगों का कहना है कि मां कंकाली के दर पर जो भी भक्त सच्चे मन से कुछ भी मांगता है। मां उसकी पुकार जरूर सुनती है।

महिलाएं संतान के लिए मांगती है मन्नत : मां कंकाली मंदिर को लेकर ये भी मान्यता प्रचलित है कि जिन महिलाओं को एक भी संतान नहीं है यदि वे यहां माता से मन्नत मांगती हैं तो, माता उनकी सूनी गोद को किलकारियों से भर देती है।

विदेश से भी आते है भक्त : मां कंकाली के चमत्कारों के चलते सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु यहां आते हैं। सालाना लाखों भक्त मां कंकाली के दर्शन के लिए आते रहते हैं।