रायसेन. जिले की सीमा से निकला प्रदेश का महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग 12 भोपाल जबलपुर हाईवे रोड का निर्माण कार्य बार-बार खटाई में पड़ता जा रहा है। भोपाल मिसरोद से औबेदुल्लागंज तक टेन लेन सड़क और औबेदुल्लागंज में बायपास से लेकर बिनेका तक 49 किमी फोरलेन सड़क का निर्माण 583 करोड़ रुपए की लागत से होना है। इसके लिए लगभग दो वर्ष पहले हुआ टेंडर भी अब निरस्त हो चुका है। क्योंकि सड़क निर्माता कंपनी द्वारा डेढ़ वर्ष में डेढ़ किमी सड़क का निर्माण भी नहीं किया गया था।
दो साल में इस प्रोजेक्टर को पूरा किया जाना था। मप्र सड़क विकास निगम द्वारा बार-बार सड़क निर्माता कंपनी एमबीएल को बार-बार नोटिस देकर चेतावनी दी गई थी। लेकिन उक्त कंपनी द्वारा तेज गति से काम नहीं किया और आखिर में निगम को टेंडर निरस्ती की कार्रवाई करनी पड़ी। निगम के संभागीय प्रबंधक एमएच रिजवी ने बताया कि लगभग 20 दिन पहले टेंडर निरस्त कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने के कारण निर्माण कार्य रफ्तार नहीं पकड़ सका। वहीं गौहरगंज के समीप वन क्षेत्र की भूमि का हस्तांतरण भी अटका हुआ है। ऐसे में लोगों को अच्छी सड़क से सफर करने का सपना अभी पूरा नहीं हो सकेगा।
एनएच 12 भोपाल-जबलपुर रोड का निर्माण कार्य पांच हिस्सों में मप्र सड़क विकास निगम द्वारा कराया जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग कंपनियों ने टेंडर हासिल किए हैं। लेकिन निर्माण की गति सभी हिस्सों में सुस्त गति से चल रही है। जानकारी के अनुसार भोपाल-जबलपुर फोरलेन निर्माण के लिए अब तक तीन बार टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है। टेंडर लेने के बाद कंपनियों द्वारा काम मेें रूचि नहीं दिखाई गई। इस कारण बार-बार टेंडर निरस्त हो रहे हैं। मिसरोद भोपाल से बिनेका तक बनने वाली इस सड़क का चौथी बार टेंडर लगाए जा रहे हैं। निगम से मिली जानकारी के अनुसार टेंडर प्रक्रिया के लिए एनएचएआई नईदिल्ली कार्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है। अब फिर से समय लगेगा और सड़क के निर्माण में भी देरी होगी। ऐसे में लोगों को गड्ढों से निजात मिलना अभी संभव नहीं दिखाई दे रहा है।
यातायात के ज्यादा दबाब को देखते हुए मिसरोद भोपाल से लेकर औबेदुल्लागंज के समीप बिशनखेड़ा डबलपुल तक लगभग 19 किमी के हिस्सेे में दस लेन सड़क बनाई जाना है। इसके बाद फोरलेन बायपास शुरू होगा। ये बायपास खिल्लीखेड़ा होते हुए गौहरगंज रोड तक पहुंचेगा और होशंगाबाद रोड दोनों पर भी जाकर मिलेगा। इसके बाद बिनेका तक फोरलेन सड़क का निर्माण कराया जाना है।
सड़क निगम से मिली जानकारी के अनुसार टेन लेन प्रोजेक्ट में छह फ्लाय ओवर ब्रिज बनाए जाने हैं। इनमें पहला ब्रिज भोपाल रतनपुर बायपास के समीप ओवर ब्रिज बनाया जाना है। दूसरा ब्रिज मंडीदीप में सतलापुर जोड़ पर, तीसरा एचईजी फैक्ट्री के सामने, चौथा ब्रिज ल्युपिन क्रासिगं, पांचवा फ्लाय ओवर नयापुरा वर्धमान इंडस्ट्रीज के समीप और छठवां ब्रिज एनएच 12 गौहरगंज रोड पर बायपास क्रासिगं पर बनाया जाना है।
लगभग आठ वर्षो से इस सड़क का निर्माण अटक रहा है। एमबीएल कंपनी को सड़क निर्माण के साथ गड्ढे भरने की जिम्मेदारी भी दी गई थी। वर्तमान में ग्यारह मील मिसरोद से लेकर मंडीदीप, औबेदुल्लागंज, गौहरगंज, चौंतीस मील और बिनेका तक हाईवे पर गड् ढों की संख्या बढ़ती जा रही है। छोटे-बड़े गड् ढों के कारण वाहनों की आवाजाही खतरों भरी साबित हो रही है। निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार आठ करोड़ रुपए से पेचवर्क कराने का कार्य कमला कंस्ट्रक्शन को दिया गया है।
एमबीएल कंपनी द्वारा समय पर निर्माण कार्य नहीं किया गया। बार-बार नोटिस देने के बाद भी कार्य की गति नहीं बढ़ाई। दो साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाना था। लेकिन कंपनी के पास डेढ़ वर्ष ठेका रहा और प्रोजेक्ट में कोई प्रगति नहीं हुई। इस कारण टेंडर निरस्त हुआ है। अब दोबारा टेंडर लगाने के लिए एनएचएआई मुख्यालय को फाइल भेजी गई है। लगभग तीन माह में इसकी प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है। -एमएच रिजवी, संभागीय प्रबंधक, एमपीआरडीसी