सुल्तानपुर/रायसेन. थाना सुल्तानपुर के तहत बारना नदी में एक युवक के डूबने की सूचना पर प्रशासन और पुलिस सोमवार को दिनभर भोपाल से आए गोताखोरों से ढूंढवाने में लगी रही, लेकिन देर शाम तक कोईसफलता नहीं मिली। फिलहाल पुलिस युवक के परिजन और उनके रिश्तेदारों को थाने में बैठाकर पूछताछ कर रही है।
पुलिस के अनुसार सिवनी गांव निवासी दशरथ सिंह आदिवासी उम्र 30 अपनी बुआ के लड़के पप्पू 32 और जगदीश आदिवासी उम्र 28 रविवार को दोपहर करीब 12 बजे घर से बाजार जाने की कहकर निकले। लेकिन वे कही ओर पार्टी मनाने चले गए।
सुल्तानपुर थाना टीआई जयपाल सिंह इनवाती ने बताया कि रविवार की शाम जब बारना नदी उफान पर थी। नदी के पुल पर 4-5 फीट पानी बह रहा था। लेकिन यह सुल्तानपुर बाजार आने की जिद पर अड़े तीनों युवक इस बहाव को पार करने के लिए नदी में घुस गए। लेकिन पानी के तेज बहाव में बह रहे इन दो युवकों पप्पू और जगदीश आदिवासी को ग्रामीणों की मदद से पानी से बाहर तो निकाल लिया गया, लेकिन तीसरे युवक दशरथ आदिवासी का पता नहीं चला। रविवार की शाम को ही परिजनों, ग्रामीणों ने बारना नदी तट पर डेरा डालकर शव को खोजने की कोशिश करते रहे।
सोमवार को दूसरे दिन सुबह से ही रायसेन के 11,बाड़ी के 3, सुुल्तानपुर के 9 गोताखोरों ने बारना नदी में डूबे दशरथ आदिवासी के शव की खोजबीन की। बारना नदी के नाव,ट्यूब,महाजाल कांटे का भी प्रयोग किया गया। लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। दूसरे दिन भी सारे प्रयास बेकार गए। नदी में बहे युवक की मौत को लेकर परिजनों का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से संदिग्ध नजर आ रहा है। हो सकता है कि कोई रंजिशवश इसकी हत्या जंगल में कर शव फेंक दिया है। इनवाती ने बताया कि फिलहाल जांच का विषय है कि नदी में डूबने को लेकर कही गुमराह तो नहीं कर रहे हैं? फिलहाल पुलिस इन दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है।