
गौशाला के खुले मैदान में पड़े थे 20 गायों के शव, खा रही थी अन्य गाय और कुत्ते, हैरान कर देगा वीडियो
मध्य प्रदेश में गौशाला को लेकर एक फिर शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। सूबे के राजगढ़ जिले की गौशाला के मैदान में करीब 20 गोवंशों के शव मिले हैं। हारानी की बात तो ये है कि, इनमें से कुछ गायों के शव तो गौशाला की अन्य गाय ही खा रही थी। साथ ही, कुत्ते भी इन मृत गायों के शवों को नोच रहे थे। जानकारी सामने आई है कि, गौशाला प्रबंधन ने ही गायों की मौत के बाद उनके शवों को खुले में ही फेंक दिया गया था। मामला मीडिया में आने के बाद गायों के शव बुधवार की सुबह गड्ढा खोदकर दफनाए गए। सामने आई तस्वीरें हैरान कर देने वाली हैं, जो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं।
ये शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें जीरापुर के गौ सेवा सदन समिति गौशाला की हैं। मामला उजागर होने के बाद जीरापुर नगर परिषद और गौशाला प्रबंधक एक दूसरे पर आरोप लगाने में जुट गया है। सेवा सदन गौशाला के उपाध्यक्ष बलराम टांक ने मीडिया को बताया कि, नगर परिषद की तरफ से जीरापुर नगर की गायों के शव इस जगह पर लाकर दफनाए जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ नगर परिषद ने गौशाला प्रबंधक के इस दावे को गलत ठहराते हुए कहा कि, गौशाला में जितने भी शव है वो गौ सेवा सदन गौशाला के ही गौवंशों के हैं। जब भी गौशाला में गोवंश की मौत होती है, तो उनको दफनाने के लिए नगर परिषद को वहीं लोग बुलाते हैं।
कितने भूखे होंगे गौवंश, जो शव का मास खाने को हुए मजबूर
इससे ये अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि, अगर गाय ही मृत गौवंश को खाने को मजबूर हैं तो वो किस कदर की भूख से ग्रस्त होंगी। उनकी भूक का आलम क्या होगा ? ऐसे में जानकारों का मानना है कि, गौशाला के नाम पर गायों के पोषण आहार पर भी घोटाला हो रहा है। फिलहाल, जांच के बाद ही स्थितियां स्पष्ट हो सकेंगी। हालांकि, जांच तो इस बात की भी होनी चाहिए कि, आखिर इतनी अधिक संख्या में गायों की मौत का कारण क्या था। संभव है कि, मौत कारण भूख ही हो।
लापरवाही उजागर
मामले को लेकर पशु चिकित्सा अधिकारी महिपाल सिंह का कहना है कि, गौशाला प्रबंधन की ओर से लापरवाही बरती गई है। फिलहाल, मामला सामने आने के बाद निरीक्षण के आदेश दे दिये गए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि, जहां गोवंश को दफनाया जाता है, वहां गायों को टहलने भेजना ही नहीं देना चाहिए। साथ ही, मृत गायों को अच्छी तरह गड्ढा खोदकर दफनाना चाहिए। इसके लिए नगर पालिका और सीएमएचओ को निर्देश दिए जाने है।
Published on:
28 Dec 2022 07:44 pm
बड़ी खबरें
View Allराजगढ़
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
