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राजगढ़. राजगढ़ जिले के लोगों को अधिक से अधिक टीका लगाए जां इसे लेकर प्रशासन के कंधे से कंधा मिलाकर स्वास्थ्य विभाग का अमला काम कर रहा है। यही कारण है कि राजगढ़ जिला पूरे प्रदेश में जनसंख्या की तुलना में तेजी से टीकाकरण में आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम को बढ़ाते हुए 1 जुलाई को जिले में वृहद टीकाकरण का आयोजन रखा गया था। जिसमें शहर से लेकर गांव तक मैं कई केंद्र बनाए गए थे। इसी दौरान छापीहेड़ा शहर के वार्ड क्रमांक 15 में बनाए गए वैक्सीनेशन केंद्र पर एक ऐसी घटना घटी जो खाकी की गुंडागर्दी कही जाए तो गलत नहीं होगी। टीकाकरण के दौरान एक नर्स को महिला पुलिसकर्मी ने थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद वैक्सीनेशन सेंटर पर टीकाकरण रोक दिया गया।
नर्स को महिला पुलिसकर्मी ने मारे थप्पड़
बताया जा रहा है कि महिला पुलिसकर्मी माया राजपूत किसी परिचित को टीका लगवाने के लिए वहां पहुंची थी। इसी दौरान मौजूद नर्स इंदु चंदेलकर बचे हुए 20 टीके का वैरीफिकेशन करवाने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर को सूची दे रही थी। जिसको लेकर महिला पुलिसकर्मी माया राजपूत को गुस्सा आ गया और बात यहां तक बड़ी कि वह नर्स की कुर्सी पर जाकर बैठ गई, जब इस बात को लेकर आपत्ति दर्ज कराई गई तो दोनों में कहासुनी हुई और पुलिसकर्मी ने नर्स इंदु चंदेलकर के बाल पकड़कर उन्हें दो थप्पड़ मार दिए। घटना के बाद टीकाकरण बंद कर दिया गया।
BMO, नगर पालिका CMO भी धरने पर बैठे
नर्स के साथ महिला पुलिसकर्मी के मारपीट करने के विरोध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और नगरपालिका के कर्मचारियों के साथ ही खुद बीएमओ सुमित सिंघी और नगरपालिका के सीएमओ धरने पर बैठ गए, उनकी मांग थी कि जिस तरह से महिला पुलिसकर्मी ने एक नर्स के साथ व्यवहार किया है, वह निंदनीय है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए निलंबन की कार्रवाई की जाए। धरने पर बैठे डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारियों के साथ ही पीड़ित नर्स इंदु चंदेलकर भी मौजूद थी, लेकिन धरने के दौरान ही घबराहट होने से वह बेहोश हो गईं। जिसके बाद उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद राजगढ़ रेफर कर दिया गया।
वर्जन-
- मैंने उसको कुछ भी नहीं बोला सिर्फ अपनी कुर्सी से दूर किया। लेकिन वह पुलिसकर्मी इतनी भड़क गई कि मेरे बाल पकडक़र मारना शुरू कर दिया। मैं ड्यूटी पर थी ऐसे में उसके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का भी मामला दर्ज होना चाहिए।
इंदु चंदेलकर, नर्स छापीहेड़ा
- भूखे प्यासे इस अभियान को सफल बनाने में हमारे कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन इस तरह की मारपीट होगी तो कैसे काम होगा। आज एक कल दूसरा करेगा। ऐसे में सबक मिलना जरूरी है, एफ आईआर नहीं होने की स्थिति में यह विरोध जारी रहेगा।
डॉ. सुमित सिंघी, बीएमओ, छापीहेड़ा
- महिला आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले में खिलचीपुर एसडीओपी को जांच अधिकारी बनाया है, वह मौके पर जाकर सारी जानकारी ले रहे हैं। उसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
प्रदीप शर्मा, एसपी, राजगढ़
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Published on:
02 Jul 2021 02:46 pm
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