
ठंड के बढ़े तेवर...पानी बना बर्फ, खतरे में फसलें
ब्यावरा. प्रदेश में सर्वाधिक ठंडे जिलों में शामिल राजगढ़ में सर्दी के सितम से आमजीवन प्रभावित होने के साथ ही अब फसलें भी खराब होने लगी हैं। एक ही रात में पारा २.३ डिग्री पहुंचने से राजगढ़ जिले में जगह-जगह धनिया की फसल जल गई। अन्य फसलों और खेतों में ङ्क्षसचाई के लिए बिछाए गए पाइप में भी बर्फ जम गई है। दरअसल, पारा लुढ़कने के कारण किसानों का शेड्यूल गड़बड़ा गया है। धनिया में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। वहीं गेहूं और सरसों में भी इसका असर देखने को मिला है। सूखे चारे, पौधों के पत्तों के साथ ही अन्य रबी की प्रमुख फसलों के ऊपर भी बर्फ जम गई है। साथ ही ठिठुरा देने वाली ठंड दिनभर रही। भरी दोपहरी में भी तीखी धूप अच्छी लग रही थी, ठंडी हवाएं दिनभर चलती रहीं। जीरापुर-माचलपुर क्षेत्र में धनिया और सारंगपुर, पाड़ल्या माता, बखेड़, खुजनेर, छापीहेड़ा सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में आलू, बालोर सहित अन्य सब्जियां भी ठंड से झुलस गईं।
धनिया को खतरा
ठंड का सर्वाधिक असर धनिये पर ही पड़ता है। किसानों का कहना है कि यदि आगामी दो से तीन दिन और ऐसी ही ठंडक रही तो धनिये का खराब होना तय है। जलन से धनिये के फूल और फल दोनों ही खराब हो जाते हैं। झुलसने के कारण उससे बदबू आने लगती है। साथ ही वह काला पड़ जाता है।
ङ्क्षसचाई के दौरान करंट से किसान की मौत
ब्यावरा. कड़ाके की ठंड के बीच सुठालिया क्षेत्र में करंट की चपेट में आने से एक किसान की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि नारायणपुरा और पहाडग़ढ़ गांव के बीच किसान विक्रमङ्क्षसह पिता करणङ्क्षसह लोधी (32) निवासी पहाडग़ढ़ ङ्क्षसचाई कर रहा था। इस दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई। कड़ाके की ठंड में सुबह नौ बजे बिजली आने पर वह ङ्क्षसचाई करने गया था, तभी करंट लग गया।
चार दिन में 10 डिग्री लुढ़का तापमान
मौसम ने अपने तेवर और कड़े कर लिए हैं। पिछले 2 दिन से सर्दी का कहर पूरे शहर पर छाया हुआ है। बीते 4 दिन में ठंड का आलम ये रहा कि न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री पर आ गया है। सिर्फ 4 दिन में ही 10 डिग्री तापमान लुढ़क जाने से हाल बेहाल हो गए हैं। रात के साथ ही दिन का तापमान भी नरम है और लगातार सर्द हवाओं के चलने के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है।
Published on:
17 Jan 2023 04:31 pm
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