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बीजेपी की यात्रा को गांव में घुसने नहीं दिया, ग्रामीण बोले- बिजली नहीं तो कैसी यात्रा, काहे का स्वागत?

विकास यात्रा के हाल... ब्यावरा के जामी गांव से बैरंग लौटाया -जनरेटर से कर रखी थी बिजली की व्यवस्था, पहले से तैयारी कर बैठे ग्रामीणों ने घुसने ही नहीं दिया-पूर्व राज्य मंत्री बद्रीलाल यादव और अन्य नेता, सरकारी अधिकारी पहुंचे थे, सभी बैरंग लौटे

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बीजेपी की यात्रा को गांव में घुसने नहीं दिया, ग्रामीण बोले- बिजली नहीं तो कैसी यात्रा, काहे का स्वागत?

बीजेपी की यात्रा को गांव में घुसने नहीं दिया, ग्रामीण बोले- बिजली नहीं तो कैसी यात्रा, काहे का स्वागत?

Rajesh vishwakarma
ब्यावरा.
सरकारी योजनाओं और पार्टी रीती-नीति बताने निकाली जा रही बीजेपी की विकास यात्रा को गांवों में विरोध झेलना पड़ रहा है। जमीनी काम नहीं होने, सडक़, बिजली और पानी को लेकर ग्रामीण खासे आक्रोशित हैं।
सोमवार को ऐसा ही विरोध जामी गांव में विकास यात्रा को झेलना पड़ा, यहां यात्रा को घुसने ही नहीं दिया। ग्रामीणों ने सीधे तौर पर कह दिया कि काहे की यात्रा और काहे का स्वागत? न बिजली है न ही यहां का विकास हुआ, बीजेपी के लोग झूठी विकास यात्रा यहां निकाल रहे हैं। पूरा गांव अंधेरे में हैं, डीपी यहां लगी नहीं है, बताओ काहे का विकास आप लोगों ने किया? गांव के लोग पहले ही तैयारी कर बैठे थे और अंदर तक उन्हें नहीं घुसने दिया। हालांकि आयोजन की पूर्व तैयारियां प्रशासन ने कर रखी थी। टैंट, कुर्सियों के साथ ही जनरेटर की व्यवस्था थी, जिससे वहां का माइक और लाइटें चालू कर रखी थीं। इन्हीं तमाम बातों को लेकर ग्रामीण खासे नाराज हुए। उन्होंने आरोप लगाए कि काहे का स्वागत हम करें, कोई काम इन लोगों ने नहीं किए। झूठ-मूठ की यात्रा अब निकाल रहे हैं। इस दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता बद्रीलाल यादव और अन्य जनप्रतिनिधि पहुंचे थे, जो गांव में एंटर करने से पहले ही लौट आए। वहां यात्रा पहुंच ही नहीं पाई।

आयोजन स्थल पर खाली कुर्सियां, इधर-उधर पड़ी ​थीं। IMAGE CREDIT: patrika.com

हर गांव में विरोध और आक्रोश, गुस्से में हैं लोग
यात्रा को लेकर रिव्यू सामने आए हैं, उनमें ग्रामीणों की नाराजगी साफ जाहिर है। जिसमें सीधे तौर पर विरोध और आक्रोश किया जा रहा है। लोग अभी भी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि सडक़, बिजली, पानी, आवास, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं अभी तक मिली नहीं हैं। गांवों में बेहतर नालियां तक नहीं हैं, ऐसे में यह कैसा विकास माना जाए, इसे विकास कह ही नहीं सकती। कई जगह बीजेपी के ही कार्यकर्ता, नेता, पदाधिकारी यात्रा में विरोध में बोल रहे हैं और कुछ जगह गांव के लोग आगे आ रहे हैं।

एक दिन पहले बहादुरपुरा में भी हुआ था हंगामा
एक दिन पहले बहादुरपुरा में भी यही स्थिति निर्मित हुई थी। वहां भी ग्रामीणों ने काफी विरोध किया था। एक ग्रामीण ने कहा कि पहले कहां गए थे, अब छह माह बाद चुनाव है इसलिए आ गए। इस पर पूर्व मंत्री बद्रीलाल यादव विफर गए थे, उन्होंने कहा कहा मैं वोट की राजनीति नहीं करता, जानते हैं बादलपुरा (बहादुरपुरा) से हमें कितने वोट दिए थे, सब जानते हैं। हम यहां ठीक करने आए हैं, फालतू बात करने नहीं। उनके साथ पूर्व जिपं अध्यक्ष जसवंत गुर्जर सहित अन्य बीजेपी नेता पहुंचे थे।

झूठी बातें कर रहे हैं और झूठे वादे कर रहे
जनता में नाराजगी है, आक्रोश है कि बीजेपी नेता झूठी विकास यात्रा निकाल रहे हैं। असल में किसानों को सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिल रही। कोई जवाबदार जनप्रतिनिधि नहीं है और न ही जनता से कोई गारंटी लेने वाला है। जबरन झूठी बातें कर रहे हैं कि आपका काम करवा देंगे, हर तरफ यात्रा का विरोध हो रहा है, ये बीजेपी नेताओं को समझ नहीं पा रहे।
-रामचंद्र दांगी, विधायक, ब्यावरा

-बिजली नहीं होने से जनरेटर से बिजली का प्रबंध किया गया था। IMAGE CREDIT: patrika.com