
Health News : कोरोना संक्रमण सा दौर... वैसी ही कमजोरी आ रही, ऑक्सीजन लेवल भी बिगड़ रहा
Rajesh vishwakarma
ब्यावरा.कोरोना संक्रमण के एक-दो या पांच-सात केसेस हर दिन जिले से निकल रहे हैं। इसी बीच मरीजों के शरीर के शॉर्ट एनालिसिस में यह सामने आया है कि यह वही डल माहौल है, जिसें लोगों को थकान है, कमजोरी है और रोगों से लडऩे की क्षमता खत्म हो रही है। ज्यादातर मामले कोरोना जैसे ही हो गए हैं, सर्वाधिक केसेस ऑक्सीजन लेवल बिगडऩे के सामने आ रहे हैं।
दरअसल, सिविल अस्पताल और जिला अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों से किए सर्वे में सामने आया है कि जो जिक्कतें पहले कोरोना के समय मरीजों को थी वे ही अब सामने आ रही हैं। 90 फीसदी मरीजों को सामान्य वायरल निकल रहा है, उसमें भी सर्वाधिक कमजोरी के केसेस सामने आ रहे हैं। बीते कुछ दिन से हर पांचवा मरीज ऑक्सीजन सेचुरेशन कम वाला आया, जिन्हें सपोर्ट के तौर पर ऑक्सीजन देना पड़ी। कुल मिलाकर कोरोना जैसा दौर फिर से सामने देखने को मिल रहा है, जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ी है। मौसम की अनुकूलता बिगडऩे से भी यह असर हो रहा है।
कोरोना के बाद से बीमारी से लडऩे की क्षमता लगभग खत्म हुई
डॉक्टर्स बताते हैं कि कोरोना ने रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) नष्ट कर दी। सामान्य से सामान्य बीमारी से लडऩे के जैस ही शरीर अब नहीं रहे। भरपूर टॉनिक, दवाइयां लेने, आहार बेहतर लेने के बाद भी ऐसी ही स्थितियां बन रही हैं। पीडि़त मरीजों का कहना है कि सामान्य एलर्जी, बुखार, वायरल इत्यादि को फेस करने में भी दिक्कत हो रही है। जिससे खासी परेशानियों का सामना मरीजों को करना पड़ रहा है।
छुट्टी की ओपीडी में भरपूर मरीज, 4 सीरियस
अस्पताल में मरीजों की संख्या का आकलन इसी से लगाया जा सकता है कि अवकाश के दिन भी मरीज भरपूर आ रहे हैं। रविवार को सिविल अस्पताल की ओपीडी सुबह से लेकर दोपहर तक चली। ड्यूटी डॉ. निशि अग्रवाल बतीती हैं कि दिनभर से मरीज आ रहे हैं। इनमें कई गंभीर भी आ रही हैं। 4 ऐसे मरीज आए हैं, जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन गड़बड़ा था। काफी कम ऑक्सीजन सेचुरेशन होने के कारण उन्हें ऑक्सीजन देना पड़ी। आम तौर पर लगातार फैल रहे वायरल के कारण ऐसा हो रहा है।
फैक्ट- फाइल
-270 से 300 औसत ओपीडी
-5-10 ऐसे मरीज जिनका ऑक्सीजन लेवल गड़बड़
-60-70 तक पहुंच रहा सेचुरेशन
-5वां प्रत्येक मरीज घबराहट वाला
-90 फीसदी मरीजों को निकल रहा वायरल
(स्त्रोत : सीएच ब्यावरा, जिले के अन्य अस्पताल, पत्रिका रेंडम सर्वे)
गर्मी में बारिश, तापमान में अंतर के कारण बीमार हो रहे लोग
जानकार बताते हैं कि यह सीजन आम तौर पर बीमार होने का है लेकिन मौसम के बदलाव और उतार-चढ़ाव के कारण ऐसी स्थितियां बन रही हैं। यानी गर्मी के सीजन में बारिश और तापमान में काफी ज्यादा अंतर के कारण ऐसी स्थिति पनप रही है। ठंडक से गरम और फिर गरम से ठंडक को शरीर सह नहीं पा रहे हैं। यही कारण है कि हर दिन वायरल, सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं।
एक्सपर्ट कमेंस्ट्स...
शरीर को अनुकूल बनाना होगा
शहर को मौसम के अनुकूल बनाने की जरूरत है। जो उसकी डिमांड है, उस पर ध्यान देना होगा यानी पूरा ध्यान खाने-पीने पर ही देना होगा। थोड़ी भी दिक्कत होने पर चिकित्सकीय सलाह लें। बार-बार पानी पीते रहें, पानी की मात्रा शरीर में बढ़ाने वाले फल खाएं। ऑइली खाने से बचें और एक साथ ज्यादा मात्रा में खाने से भी बचें।
-डॉ. संदीप नारायणे, मेडिकल ऑफिसर, सीएच, ब्यावरा
Published on:
23 Apr 2023 07:43 pm
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