मार्कफेड से मिली जानकारी के अनुसार इस साल जिले में 58 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 27 हजार गठान बारदाने की जरुरत पड़ेगी। राज्य शासन द्वारा इस वर्ष 60 प्रतिशत नए व 40 प्रतिशत पुराने बारदाने में खरीदी के निर्देश दिए गए है। मार्कफेड द्वारा मिलर्स के पास रखे पुराने बारदाने के एकत्र किया जा रहा है।
पिछले साल का साढ़े 5 हजार नग सुरक्षित पिछले साल आकाल की वजह से जिले में लक्ष्य से बहुत कम धान की खरीदी हुई थी। इसमें से 5432 गठान बारदाना इस्तेमाल नहीं हुआ था। मार्कफेड के पास पुराना बिना इस्तेमाल किए साढ़े 5 हजार गठान बारदाना सुरक्षित है। वहीं इस साल 4 हजार गठान नया बारदाना पहुंचा गया है। इसके अलावा पुराना बारदाना का उपयोग भी खरीदी में किया जाएगा। पुराने बारदाने को मिलर्स के पास से एकत्र करने के बाद इसकी क्वालिटी की जांच करने के लिए सहकारी समिति स्तर पर सुपर वाइजरों की नियुक्ति की गई है। सुपरवाइजरों द्वारा खरीदी लायक बारदाने की पहचान की जाएगी इसके बाद बारदाने को खरीदी केन्दों में भेजा जाएगा।
31 अक्टूबर तक पंजीयन का समय धान बेचने के लिए किसानों का पंजीयन कराया जा रहा है। पंजीयन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है। पिछले साल 1 लाख 31 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया था। मिली जानकारी के अनुसार इस साल संख्या बढ़ कर ड़ेढ़ लाख के आस-पास पहुंच गई है। इस साल ऐसे किसानों का पंजीयन हो रहा है जिनका पिछले साल नहीं हुआ था, या फिर ऐसे किसान जिनका जमीन का रकबा घटा या बढा है। वहीं पुराने पंजीयन वाले किसान को पंजीयन कराने की जरुरत नहीं है। पुराना पंजीयन के आधार पर धान की खरीदी होगी।
बारदाना पहुंच गया डीएमओ, संतोष कुमार पाठक ने इस मामले में कहा कि समर्थन मूल्य में धान खरीदी की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। इस साल जिले में 58 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य है। 60 प्रतिशत नए व 40 प्रतिशत पुराने बारदाने में खरीदी की जाएगी। जिले में 4 हजार गठान नया बारदाना पहुंच गया है।