
दीक्षा एप से कोड स्कैन करते ही ऑडियो-वीडियो व पीडीएफ में मिलेगी जानकारी ...
राजनांदगांव. पहली से दसवीं तक के बच्चों को कठिन विषयों को खेल-खेल में पढ़ाने की नई तकनीक किताबों से ही मिलेगी। दरअसल सरकारी स्कूलों में स्मार्ट पढ़ाई कराने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने मोबाइल एप इजाद किया है। इस ऐप के माध्यम से किताबों में दिए क्यूआर कोड को स्कैन करते ही विभिन्न पाठ्य सामाग्री वीडियो, ऑडियो, पीपीटी और पीडीएफ के रूप में रोचक जानकारी मिलेगी, जिसके आधार पर बच्चों को पढ़ाया जा सकता है।
राज्य में हिंदी माध्यम की कक्षा पहली से दसवीं तक विभिन्न विषयों की ६७ किताबें तैयार कर दो करोड़ ८३ लाख एक हजार २१६ प्रतियां मुद्रित की गई है, जिसे बच्चों को वितरित किया गया है। इन पुस्तकों में ३०४० क्यूआर कोड अंकित किए गए हैं। इस क्यूआर कोड को स्कैन करते ही वह पाठ ऑडियो-विजुअल फार्मेट में सुना और देखा जा सकता है। इस ऐप को जिले के शिक्षकों को अपने मोबाइल में डाउनलोड करने निर्देशित किया गया है।
नवाचार व रोचक बनाने की कवायद
शिक्षा विभाग के अफसरों की माने तो ऐसा क्यूआर कोड पिछले सत्र छपे किताबों में दी गई है। मोबाइल पर क्यूआर कोर्ड को स्कैन करते ही संबंधित पाठ से अतिरिक्ति प्रश्न एवं उत्तर और अन्य जानकारी प्राप्त की जा सकती है। बच्चों को उनकी भाषा में ही यह जानकारी उपलब्ध होगी। इस तरह ऐप से पढ़ाई शिक्षक व बच्चों के लिए नवाचार व रोचक साबित होगी।
नवाचार किया गया है
जिला शिक्षा अधिकारी हेमंत उपाध्याय ने कहा कि पिछले सत्र वितरित किए किताबों में क्यूआर कोड दिया गया है। इससे शिक्षक बच्चों को उस अध्याय को और रोचक ढंग से पढ़ा सकते हैं। यह शिक्षा गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार के लिए नवाचार किया गया गया है।
Published on:
20 Dec 2019 09:36 am
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