
CG Health: राजनांदगाव में छुईखदान के शासकीय अस्पताल में गर्भवती (CG Health) महिला के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों द्वारा बरती गई गंभीर लापरवाही पर आज तक जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग जांच नहीं करा पाया। जबकि इस गंभीर लापरवाही की वजह से महिला की जान पर बन आई थी। समय पर परिजन उनका निजी अस्पताल में इलाज कराए, तब जाकर महिला जिंदा है, लेकिन आज भी वह पूरी तरह स्वस्थ्य नहीं है।
अस्पताल (CG Health) में गर्भवती महिला सहसपुर साल्हेवारा निवासी चंपा पति पवन जंघेल का ऑपरेशन करते हुए डॉक्टरों ने महिला के पेट में नेपकिन (कपड़ा) को छोड़ दिया था। प्रसव के कुछ दिन बाद महिला के पेट में लगातार दर्ज हुआ, जिसकी जांच के बाद ऑपरेशन हुआ, तब जाकर खुलासा हुआ कि महिला के पेट में नेपकिन छूटा हुआ था। महिला के इलाज के नाम पर परिजन अब तक 15 ला रुपए फूंक चुके हैं।
पीड़ित (CG Health) पवन जंघेल बताते हैं कि अब तक पत्नी के इलाज में उन्होंने अपनी जीवन भर की कमाई फूंक दी है। जमीन-जायदात भी बेंच दिए। इसके अलावा अपने पहचान वालों और रिश्तेदारों से भी कर्ज लिया हुआ है। इतना समय बीत जाने के बाद अब कर्जदार भी राशि की मांग को लेकर घर तक पहुंच रहे हैं।
अस्पताल में महिला का सिजेरियन डिलीवरी दिसंबर 2022 में हुआ। 15-20 दिन बाद पेट दर्द हुआ। 29 सितंबर 2023 को रायपुर के निजी अस्पताल में महिला के पेट का ऑपरेशन (CG Health) कर नेपकिन का निकाला गया। पीड़ित परिजनों ने 8 जनवरी 2023 को मामले की शिकायत स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से की। जांच में हीला हवाला किया गया, तो शिकायत जिला प्रशासन से हुई।
इसके बाद राजनांदगांव स्वास्थ्य विभाग को जांच का जिमा सौंपा गया, लेकिन अब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो पाई। पीड़ित (CG Health) अब भी न्याय की आस में टकटकी लगाए बैठे हैं। इधर स्वास्थ्य विभाग निजी अस्पताल से रिपोर्ट नहीं आनेे का बहाना बना रहा है।
Published on:
29 May 2024 04:41 pm
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