ग्राम टाटेकसा में स्थापित 25 केव्हीए के वितरण ट्रांसफार्मर को राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेषक शिरीष सेलट ने चार्ज किया। इसके चार्ज होते ही घोर नक्सल प्रभावित एवं अत्यंत सघन वनों से घिरे वनग्रामों कातुलझोरा, कट्टापार, बोदरा, बुकमरका, संबलपुर, गट्टेगहन, पुगदा, आमाकोड़ो, पिटेमेटा, टाटेकसा, कुंदलकाल, रायमनहोरा, नैनगुड़ा, मेटातोडके, कोहकाटोला, एडसमेटा एवं कुंजकन्हार में बिजली से घर रोशन हो गया। इन गांवों में विद्युत पहुंचाने के लिए मुयमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के तहत 3 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली थी, जिसके तहत कार्य हुआ है।
सौर उर्जा से लगे पैनल भी हो चुके थे खराब
17 गांवों में निवासरत 540 परिवारों का जीवन पारंपरिक बिजली की रोशनी से वंचित था। इनका जीवन सौर ऊर्जा से दी जा रही रोशनी के भरोसे कट रहा था। 15 साल पहले स्थापित की गई सौर ऊर्जा इकाई के अधिकतर सौर प्लेट जर्जर और खराब स्थिति में थे। वहीं बहुत सारे ग्रामों के सौर प्लेट चोरी हो चुके थे, एक तरह से यहां के ग्रामीण लालटेन व चिमनी के सहारे अपनी दिनचर्या व्यतीत कर रहे थे। 275 परिवारों को मिल चुका कनेक्शन
इन गांवों में 540 परिवार निवासरत है, जिसमें 275 परिवारों को कनेक्शन प्रदान किया जा चुका है। वहीं शेष बचे हुए परिवारों को विद्युत कनेक्शन प्रदान करने का कार्य जारी है। उक्त ग्रामों के विद्युतीकरण में कुल 45 किमी 11 केव्ही लाइन, 87 नग निनदाब पोल विस्तार एवं 17 नग 25 केव्हीए का ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है।
इन गांवों तक लाइन बिछाना था कठिन
इन ग्रामों के विद्युतीकरण का कार्य अत्यंत विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए कुशल विद्युत कर्मियों द्वारा पूर्ण किया गया। राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक शिरीष सेलट ने बताया कि वनों से घिरे इन ग्रामों तक पहुंचने का मार्ग अत्यंत कठिन है। उन्होंने कहा कि इन ग्रामों में 11 केव्ही लाइन बिछाने के लिए वन विभाग से एनओसी लेना पड़ा। उसके बाद मुयमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत लगभग 3 करोड़ की राशि की प्राक्कलन स्वीकृत कर सघन वनों के बीच से विषम परिस्थितियों में लाइन खींचकर विद्युतीकरण का कार्य किया गया है।