
नए साल से जिला अस्पताल, प्राथमिक, सामुदायिक और उप स्वास्थ्य केंद्रों की ओपीडी टाइमिंग में बदलाव ...
राजनांदगांव. तीन साल पहले सरकारी अस्पतालों के ओपीडी टाइमिंग में तत्कालीन सरकार द्वारा किए गए बदलाव को कांग्रेस सरकार ने पुन: बदल दिया है। जिला अस्पताल सहित सिविल अस्पताल, सामुदायिक व उप स्वास्थ्य केंद्रों में अब फिर सुबह-शाम ओपीडी लगेगी। नया नियम का पालन 1 जनवरी 2020 से करना है। हालांकि राजनांदगांव जिला सहित पूरे राज्यभर के डाक्टरर्स व इससे जुड़े एसोएिशन व कर्मचारी संघ इसके विरोध में उतर आए हैं। ज्ञात हो कि यह नियम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लागू नहीं होगा, तो यहां ओपीडी टाइमिंग सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक ही रहेगा।
डाक्टरों का कहना है कि सरकार को पहले डाक्टर सहित अन्य कर्मचारियों की पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए। तब ओपीडी टाइमिंग को सुबह और शाम दो शिफ्टों में करना चाहिए। डाक्टर पिछले तीन साल में हुए ओपीडी की संख्या में भी बता रहे हैं, जिमसें पिछले सालों की अपेक्षा ज्यादा मरीज देखे गए हैं।
आसानी से मिलेगी चिकित्सा सुविधा
शासन का मानना है कि सुबह-शाम दो शिफ्टों में अस्पताल में डाक्टरर्स उपलब्ध होने से अधिक से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिलेगा। शाम के समय मजबूरन लोगों को निजी अस्पतालों में जाने की आश्यकता नहीं पड़ेगी। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी आसानी से चिकित्सा सुविधा मिल पाएगी। हालांकि इसके लिए पर्याप्त डाक्टर व लैब टेक्नीशियनों का होना भी जरूरी है, नहीं तो व्यवस्था गड़बड़ा सकती है।
ओपीडी का समय किया निर्धारित
नए नियम के अनुसार जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अब डाक्टरों को सुबह ९ से दोपहर 1 बजे और शाम को 5 से 7 बजे तक दो घंटे और ओपीडी चालू करना है। सुबह 12.30 बजे और शाम 6.30 बजे तक किसी भी परिस्थिति में पंजीयन पर्ची बनाना बंद नहीं किया जा सकता। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व उप स्वास्थ्य केंद्रों में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक ओपीडी समय निर्धारित किया गया है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी विभाग के लिए सुबह 10 से दोपहर 2 बजे एवं शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक समय निर्धारित किया गया है। वहीं रविवार व अन्य छुट्टी के दिनों में जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आपातकालीन ओपीडी 24 घंटे खुली रहेगी। सप्ताह में दो दिन का निरंतर अवकाश होता है, तो उसमें द्वितीय अवकाश के दिन नियमित ओपीडी सुबह 10 से 12 बजे तक खुली रहेगी।
तीन शिफ्टों में एक-एक डॉक्टर होंगे तैनात
अपातकालीन सेवा में अस्पतालों में बिस्तर संख्या के आधार पर डाक्टरों की संख्या होनी चाहिए। 400 से अधिक बिस्तर वाले अस्पतालों में तीनों शिफ्टों में दो-दो डाक्टरों की तैनाती होगी। वहीं 200 से अधिक और 400 से कम होने पर प्रथम व द्वितीय शिफ्ट में एक डाक्टर वहीं तृतीय शिफ्ट में दो डाक्टरों का होना अनिवार्य किया गया है। 200 से कम बिस्तर वाले अस्पतालों में तीनों शिफ्टों में एक-एक डाक्टर मौजूद रहेंगे।
जांच विभाग के समय में भी बदलाव
जांच के लिए पैथोलॉजी, एक्सरे व बायोकेमिकल विभाग के कर्मचारी सुबह 8.30 बजे से दोपहर 1 एवं शाम 4.30 से 6.30 बजे तक सेवा देंगे। वहीं जिला अस्पतालों में 24 घंटे पैथोलॉजी जांच सेवा उपलब्ध रहेगी। ब्लड बैंक के कर्मचारियों की ड्यूटी में भी बदलाव करने के आदेश जारी किए गए हैं।
गड़बड़ा सकती है व्यवस्था
जिला चिकित्सा अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. पवन जेठानी ने कहा कि इस व्यवस्था के लिए ओपीडी में पर्याप्त डाक्टर्स व पैथोलॉजी के लिए लैब टेक्नीशियनों आवश्कता होगी, जो फिलहाल नहीं है। ऐसे में व्यवस्था गड़बड़ा सकती है। इस वजह से इस नए नियम का जिला सहित पूरे राज्यभर में विरोध चल रहा है।
व्यवस्था बनाई जा रही है
सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि नए साल से बदलाव करने का आदेश मिला हुआ है। आदेश की कॉपी सभी अस्पतालों में सर्कुलेट कर दिया गया है। नए नियमों के अनुसार व्यवस्था बनाई जा रही है।
Published on:
30 Dec 2019 09:48 am
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