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डीएसपी ने कहा साफ-सफाई से ज्यादा जरूरत अपने विचारों में भी स्वच्छता जरूरी है …

चाइल्ड लाइन द्वारा 'क्या मेरा बचपन स्वच्छ है?' का आयोजन

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DSP said that cleanliness is more important in our thoughts than cleanliness ...

डीएसपी ने कहा साफ-सफाई से ज्यादा जरूरत अपने विचारों में भी स्वच्छता जरूरी है ...

राजनांदगांव. सृजन सामाजिक संस्था द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन राजनांदगांव द्वारा स्थानीय बालिका गृह में क्या मेरा बचपन स्वच्छ है विषय पर दो दिवसीय आयोजन किया गया। चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेश्न के समन्वय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से चाइल्ड लाइन राजनांदगांव द्वारा उक्त आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेशा चौबे, किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य मनीषा श्रीवास्तव, डीएसपी आशा रानी, जिला बाल संरक्षण अधिकारी चन्द्रकिशोर लाड़े, बाल विकास परियोजना अधिकारी रीना ठाकुर सहित छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य व चाइल्ड लाइन राजनांदगांव के डायरेक्टर शरद श्रीवास्तव उपस्थित थे।

जरूरतमंद बच्चों के लिए संचालित राष्ट्रीय टोल फ्री सेवा चाइल्ड लाइन 1098 स्वच्छ भारत अभियान के तहत 'क्या मेरा बचपन स्वच्छ है?' विषय पर बालिका गृह में दो दिवसीय आयोजन 27 और 28 फरवरी को किया गया। 27 फरवरी को कार्यक्रम का शुभारंभ जिला बाल संरक्षण अधिकारी चन्द्रकिशोर लाड़े द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रथम दिवस में बालिका गृह में निवासरत बालिकाओं के मध्यम चित्रकला व निबंध प्रतियोगिता कराई गई। उक्त प्रतियोगिता में बालिकाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं 28 फरवरी को कार्यक्रम के दूसरे दिन बालिकाओं के मध्य शतरंज, कैरम, चाइनेस चेकर, म्यूजिकल चेयर सहित विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। दोपहर बाद बालिका गृह की बालिकाओं झांसी की रानी पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया गया।

अपने विचारों को स्वच्छ रखने की जरूरत

यह दो दिवसीय आयोजन पूर्णत: स्वच्छ सोच-स्वच्छ भारत की थीम पर आधरित था। कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेशा चौबे ने बच्चों को स्वच्छता से संबंधित बहुत सी बातें बताई। इस दौरान उन्होंने आत्मसुरक्षा से संबंधित बातें बताते हुए कहा कि हमें हमारे आस-पास साफ-सफाई तो रखनी ही है पर सबसे ज्यादा जरूरत अपने विचारों को स्वच्छ रखने की है।

बेटियां कड़ी मेहनत से आगे बढ़ती हैं

चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर शरद श्रीवास्तव ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बेटियों की सुरक्षा में बेटियों के योगदान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथि बेटियां ही हैं जो कड़ी मेहनत और परिश्रम के बल पर ही अच्छे आयाम तक पहुंची हैं। इस दौरान किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य मनीषा श्रीवास्तव बालिकाओं को स्वच्छ रहने और अपने विचार, स्वच्छ रखने के साथ साथ पढ़ाई में विशेष ध्यान रखने की बात कही।

अतिथियों ने किया पुरस्कृत

समापन समारोह में बालिका गृह की बालिकाओं ने छत्तीसगढ़ी लोक गीत पर शानदान नृत्य प्रस्तुत किया। इस दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकओं के साथ-साथ बालिका गृह में निवासरत प्रत्येक बालिकाओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस दौरान सभी अतिथियों व बच्चों ने हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लेकर यह सुनिश्चित किया कि हमें अपना व दूसरों का बचपन स्वच्छ करना है। अंत में बाल विकास परियोजना अधिकारी रीना ठाकुर ने आभार प्रदर्शन किया।

इनका रहा योगदान

इस दो दिवसीय कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण अधिकारी किशन देवांगन, चाइल्ड लाइन समन्वयक विपिन ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता गीतांजली साहू, चाइल्ड लाइन की काउंसलर सीमा द्विवेदी टीम मेम्बर डोमन कोरईबाग, तेजस्विीनी कश्यप, तरूण चन्द्रकाम, वेदप्रकाश साहू, मोमिन सिन्हा, महेश साहू सहित बालिका गृह की शक्ति वैष्णव, प्रियंका गांधी, सुमन साहू, चेतना जगदल्ले, रेखा व उषा चंदेल का सराहानीय योगदान रहा।