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ई लाईब्रेरी में शुल्क को लेकर भ्रम की स्थिति

पठन-पाठन और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए शहर में एक बेहतर सौगात जिला ग्रंथालय-ई लाईब्रेरी के रूप में शनिवार को मिली।

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Satya Narayan Shukla

Jun 28, 2016

Confusion about the charge in E-Library

Confusion about the charge in E-Library

राजनांदगांव.
पठन-पाठन और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए शहर में एक बेहतर सौगात जिला ग्रंथालय-ई लाईब्रेरी के रूप में शनिवार को मिली लेकिन इस लाईब्रेरी के संचालक और इसके शुल्क को लेकर अब तक स्थिति साफ नहीं होने से लोगों में संशय बना हुआ है। डीईओ बीएल कुर्रे का कहना है कि जल्द ही सारी स्थिति साफ कर दी जाएगी।


शनिवार को मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया

महंत राजा बलरामदास शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रवेश द्वार पर स्थित जिला ग्रंथालय के जीर्णशीर्ण भवन के स्थान पर नगर निगम ने अत्याधुनिक लाईब्रेरी का निर्माण किया है। एक करोड़ रूपए की लागत से यहां ग्रंथालय और ई लाईबे्ररी तैयार किया गया है। शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस लाईब्रेरी का लोकार्पण किया। इसी के साथ ही यह लाईब्रेरी आम लोगों के लिए खोल दी गई लेकिन लाईब्रेरी की सदस्यता और शुल्क को लेकर अब तक स्थिति साफ नहीं होने से लोगों में संशय की स्थिति बनी हुई है।


अब पुराने सदस्यों का क्या होगा? उठे सवाल

राजनांदगांव में पूर्व में चल रहे जिला ग्रंथालय के सदस्यों की सदस्यता नए बने ग्रंथालय में बहाल रहेगी या फिर उनको यहां नए सिरे से सदस्यता लेनी होगी, इसे लेकर जिला शिक्षा विभाग कुछ तय नहीं कर पाया है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में आजीवन सदस्यता राशि लेकर सदस्यता दी गई थी और यहां जिला ग्रंथालय में इस समय पुराने सदस्यों की संख्या लगभग साढ़े 5 सौ के आसपास है।


प्रवेश द्वार पर सदस्यता नियमावली

ये सदस्य अपनी सदस्यता का इस्तेमाल ग्रंथालय से विभिन्न प्रकार की किताबें घर ले जाने में करते थे, पर अब इस सुविधा के लिए क्या प्रक्रिया होगी, यह फिलहाल तय नहीं है।ग्रंथालय के प्रवेश द्वार पर सदस्यता नियमावली लिखी गई है लेकिन पांच बिंदुओं में लिखी गई सदस्यता नियमावली के कुछ बिंदुओं को लेकर भ्रम की स्थिति है। दूसरी बिंदु के विस्तार में लिखा गया है कि ई लाईब्रेरी हेतु सदस्यता शुल्क एक हजार रूपए है। इसके नीचे लिखा गया है कि 60 वर्ष के ऊपर और शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क है।


शुल्क का प्रावधान

इसके बाद यह उल्लेख है कि विद्यार्थियों के लिए सौ रूपए प्रतिमाह और फिर वृद्ध व सीनियर सिटीजन के लिए सौ रूपए प्रतिमाह के अलावा लिखा गया है कि अन्य के लिए 250 रूपए प्रतिमाह होगा। तीसरी बिंदु में फिर लिखा गया है कि ई लाईब्रेरी में 250 रूपए प्रतिमाह शुल्क सभी को देय होगा। यानि वृद्धों यानि सीनियर सिटीजन के लिए एक जगह नि:शुल्क लिखा गया है तो दूसरी जगह उनके लिए भी शुल्क का प्रावधान होने की बात की गई है।


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