
सरेंडर करने वाली महिलाएं कर रही आह्वान- माओवादियों का साथ छोड़ करें आत्मसमर्पण ...
राजनांदगांव. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर माओवादी हिंसा को छोड़कर आत्मसमर्पण करने वाली महिलाओं ने अनूठी पहल की है। छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की आत्मसमर्पित महिला माओवादियों ने संगठन बनाकर माओवादी दल में शामिल महिलाओं को आत्मसमर्पण करने के आह्वान की शुरूआत की है।
गढ़चिरौली जिले में अब तक 90 से ज्यादा महिला माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। अब ये महिलाएं माओवादियों के बीच रहने वाली अन्य महिलाओं को भी आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने का काम शुरू किया है। गढ़चिरौली में महिला दिवस के मौके पर शुरू हुई इस अनूठी पहल की जमकर सराहना हो रही है।
मुख्यधारा से जुडऩे का आह्वान
आत्मसमर्पण करने वाली महिला माओवादी अपने पुराने दौर को याद कर सिहर जाती हैं। उनका मानना है कि माओवादियों के बीच रहते हुए उन्हें खूब प्रताडऩा सहना पड़ता था लेकिन वे राहत महसूस कर रही हैं। आत्मसमर्पण करने वाली जरीना ने कहा कि कक्षा 2 में पढ़ते समय उसे माओवादियों ने अपने साथ लेकर जबरन अपने दलम में शामिल कर लिया था। उसने बताया कि माओवादी सामान्य महिला आदिवासियों को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का काम करते हैं और लगातार प्रताडि़त करते हैं। इसी प्रताडऩा से तंग आकर उसने मुख्य धारा में लौटने का फैसला किया। जरीना ने माओवादियों के बीच रह रही अन्य महिलाओं से भी मुख्य धारा में लौटने का आह्वान किया है।
एसपी ने की सराहना
गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक शैलेष बलकवड़े ने आत्मसमर्पण करने वाली महिलाओं द्वारा अन्य महिला माओवादियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने के अभियान को बेहतर बताते हुए सराहना की है।
Published on:
08 Mar 2020 07:52 pm
बड़ी खबरें
View Allराजनंदगांव
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
