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साइबर ठगी गिरोह का एक और आरोपी गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा

साइबर ठगी के एक बड़े मामले में साइबर पुलिस थाना राजसमंद ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है।

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Cyber Fraud Accused

Cyber Fraud Accused

राजसमंद. साइबर ठगी के एक बड़े मामले में साइबर पुलिस थाना राजसमंद ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले में इससे पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने बताया कि 2 अप्रैल 2024 को प्रार्थी सुशील खिंची, निवासी किशोरनगर, थाना राजनगर ने साइबर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि जगदीश कुमावत, कमलेश उर्फ कैलाश, राजेन्द्र बन्ना और दो अन्य व्यक्तियों से उसकी बातचीत चल रही थी, जिन्होंने उसे बड़े भुगतान दिलाने का झांसा दिया था।

आरोपियों ने कहा कि उसके बैंक खाते में करीब एक करोड़ रुपये आएंगे, जिसमें से 50 लाख रुपये दो माह के लिए ब्याज पर रखने होंगे और शेष 50 लाख रुपये उनके द्वारा बताए गए बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। इसी बहाने आरोपियों ने पीड़ित का मोबाइल फोन, सिम कार्ड और बैंकिंग से जुड़ी जानकारियां हासिल कर लीं। इसके बाद पीड़ित के कोटक महिंद्रा बैंक खाते से ऑनलाइन माध्यम से करीब 59 लाख रुपये का लेनदेन कर लिया गया। जांच के दौरान सामने आया कि गिरोह द्वारा देश के 9 राज्यों में कुल 17 शिकायतें दर्ज हैं और पीड़ित के खाते से लगभग 70 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया।

विशेष टीम की कार्रवाई, कांकरोली निवासी आरोपी गिरफ्तार

मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर पुलिस ने विशेष टीम गठित की। टीम ने उदयपुर, अहमदाबाद एवं जिला हाजा में दबिश दी। इस दौरान विजय सिंह निवासी खेडड़ी, थाना कांकरोली को डिटेन कर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

इस तरह करता था गिरोह काम

पुलिस के अनुसार साइबर ठगी गिरोह बेरोजगार युवकों को मोटे मुनाफे का लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाता था। इसके बाद साइबर ठगी से प्राप्त राशि को विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर कमीशन हासिल किया जाता था। मामले में अन्य आरोपियों की तलाश और लेनदेन से जुड़े तथ्यों की जांच जारी है।

पुलिस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी प्रकार के बड़े भुगतान या निवेश के झांसे में आकर अपने बैंक खाते, मोबाइल, सिम कार्ड या ओटीपी किसी को न दें और संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत साइबर पुलिस या साइबर हेल्पलाइन पर दें।