
राजसमंद।
भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव ‘लोकसभा चुनाव 2019‘ ( lok sabha election 2019 ) शुरू हो गया है। ऐसे में जब भी चुनाव परिणामों की बात की जाती है तो एक बारगी राजस्थान में हुए 2008 के विधान सभा चुनावों के परिणाम जहन में आ ही जाते हैं। जब राजस्थान के इस दिग्गज राजनेता की एक वोट से हार हुई थी तो उनकी ही पत्नी वोट करने से वंचित रह गई थीं। इसलिए एक वोट की कीमत क्या होती है शायद इनसे ज्यादा कोई और नहीं समझ सकता। सिर्फ एक वोट ने कांग्रेस के दिग्गज डॉ. सीपी जोशी ( Dr. CP Joshi ) को जीता-जिताया चुनाव हरा दिया था।
सीएम पद के प्रमुख दावेदार थे CP Joshi
2008 के विधान सभा चुनाव ( rajasthan assembly election 2008 ) के दौरान सीपी जोशी ने अपनी सबसे प्रिय सीट नाथद्वारा से पर्चा दाखिल किया और चुनाव लड़ा था। तब जोशी कांग्रेस की ओर से सीएम पद के प्रमुख दावेदार थे। लेकिन एक वोट ने पूरा सियासी गणित ही बदल डाला और जोशी जीता-जिताया चुनाव हार गए। भाजपा के विधायक कल्याण सिंह चौहान ने जोशी को मात्र 1 वोट से हरा दिया। एक वोट की हार ने जोशी के राजनीतिक समीकरण को बिगाडक़र रख दिया। नाथद्वारा सीट पर जोशी 2008 से पहले चार बार 1980, 1985, 1998 और 2003 के चुनावों में जीत का परचम लहरा चुके थे। लेकिन 2008 में जब उनकों जीत की सबसे ज्यादा जरूरत थी तब ही उनकी किस्मत ने उन्हें धोखा दिया और वे एक वोट से हार गए।
पत्नी ही नहीं डाल पाई थी वोट
वोटिंग वाले दिन उनकी पत्नी किसी कारण वोट डालने के लिए मतदान केंद्र नहीं पहुंच पाईं थी। जिसका खामियाजा उन्हें परिणामों वाले दिन देखने को मिला। नतीजा ये हुआ कि परिणाम वाले दिन उनके खाते में 62215 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी को कल्याण सिंह चौहान को 62216 वोट मिले। यानी दोनों में एक वोट का अंतर रह गया और सीपी जोशी जीतकर भी हार गए और चौहान जीत गए।
Published on:
11 Apr 2019 03:44 pm
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