गोमती नदी में डूबी महिला का 23 घंटे बाद निकाला शव

गोमती नदी के छापरखेड़ी पुल पर गुरुवार रात डूबी महिला का 23 घंटे बाद एनडीआरएफ उदयपुर के दल ने शव को तलाश कर बाहर निकाल लिया। 

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Aug 04, 2017
गोमती नदी में डूबी महिला को तलाशते एनडीआरएफ दल के सदस्य।

केलवा. गोमती नदी के छापरखेड़ी पुल पर गुरुवार रात डूबी महिला का 23 घंटे बाद एनडीआरएफ उदयपुर के दल ने शव को तलाश कर बाहर निकाल लिया। पुलिस, प्रशासन, गोताखोर व हिन्दुस्तान जिंक की आपदा प्रबंधन दलों के सारे प्रयास फेल साबित हो गए।


जानकारी के अनुसार कोटा स्टोन, पसूंद निवासी रेखा देवी (25) उसके पति मोहनलाल गमेती के साथ बाइक पर तासोल से पसूंद जा रहे थे। तभी छापरखेड़ी पुल पर बाइक स्लीप होने से बाइक समीप दम्पती गिर गए, जिसमें से मोहन लाल को बाहर निकाल लिया, मगर महिला का पता नहीं चल पाया। सूचना पर उपखंड अधिकारी राजेंद्रप्रसाद अग्रवाल, थाना प्रभारी भरत योगी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन दल व दरीबा माइंस के विशेषज्ञों का दल गोमती नदी में रेखादेवी को तलाशने में जुट हुआ है। रात करीब साढ़े 12 बजे तक तलाशी के प्रयास चलते रहे। फिर रेस्क्यू अभियान बंद कर दिया और शुक्रवार सुबह 7 बजे ही पुलिस व प्रशासनिक दल पहुंच गया। प्रशासन द्वारा के तलाशी अभियान के तहत सुबह करीब दस बजे पुल से पन्द्रह फीट दूरी पर मोटरसाइकिल को निकाल ली गई, मगर महिला का कोई पता नहीं चल पाया। इसके बाद हिन्दुस्तान जिंक के दल ने भी हाथ खड़े कर दिए और अपने संसाधन समेट कर चलता बना। आखिर में प्रशासन को उदयपुर से एनडीआरएफ के दल को बुलाना पड़ा। दोपहर दो बजे से एनडीआरएफ के दल ने महिला की तलाश शुरू कर दी और शाम करीब छह बजे उसक शव तलाश कर गोमती नदी से बाहर निकाल लिया।

निहत्था है राजसमंद प्रशासन
तेज बारिश से राजसमंद में एक बार बाढ़ से हालात उत्पन्न होने के बावजूद जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीम को मजबूत नहीं किया। राजसमंद शहर व ग्रामीण क्षेत्र के कतिपय तैराकों के भरोसे ही राजसमंद प्रशासन का आपदा प्रबंधन चल रहा है। नगरपरिषद राजसमंद में भी टॉर्च, तगारी, फावड़े, लाइफ जैकेट के अलावा कोई एक्सपर्ट नहीं है। नगरपरिषद में प्रतिनियुक्ति पर कार्य होमगार्ड ही विशेषज्ञ है, जिन्हें न तो आपदा प्रबंधन का कोई ज्ञान है और न ही कभी प्रशिक्षण दिया गया। दूसरी ओर पुलिस महकमे में भी न कोई एक्सपर्ट तैराक है और न ही पानी में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए कोई विशेषज्ञ मौजूद है। इसके चलते राजसमंद आपदा प्रबंधन के प्रयास महज कागजी होकर रह गए हैं, जिसकी पोल छापरखेड़ी में महिला के गोमती नदी में बहने के बाद सामने आ गए।

तब भी बुलानी पड़ी एनडीआरएफ टीम
पिछले पखवाड़े में गोमती नदी में 7 फीट पानी की आवक के बाद फंसे 4 लोगों को जिला प्रशासन का आपदा प्रबंधन नहीं निकाल पाया। इसके चलते जिला कलक्टर पीसी बेरवाल ने अजमेर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया और रात साढ़े 12 बजे गोमती नदी के भाणा- लवाणा क्षेत्र में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास शुरू कर दिए। फिर भी जिला प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन टीम को मजबूत करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए। इसके चलते अब फिर महिला के छापरखेड़ी पुल से गोमती नदी में बहने के बाद प्रशासन निहत्था खड़ा होकर रह गया है।

Published on:
04 Aug 2017 08:42 pm
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