
दरीबा, सिन्देसर खुर्द व भीलवाड़ा के आगूचा माइंस में एसडीआरआई की जांच
राजसमंद. राजसमंद के दरीबा, सिन्देसर खुर्द एवं भीलवाड़ा जिले के आगूचा में हिन्दुस्तान जिंक की माइंस में 90 देसी- विदेशी व्यवसायिक अवैध वाहनों का संचालन हो रहा है। राज्य राजस्व आ सूचना ब्यूरो जयपुर के दल की जांच में प्रथम दृष्टया 90 वाहन ऐसे थे, जिनका न तो परिवहन विभाग में पंजीयन है और न ही टैक्स जमा है। इससे राज्य सरकार को करीब 45 करोड़ रुपए की चपत लगी है। गंभीर अनियममितता उजागर होने पर ब्यूरो ने राजसमंद और भीलवाड़ा के जिला परिवहन अधिकारियों से परिवहन टैक्स की भौतिक रिपोर्ट मांगी है। इस पर परिवहन विभाग द्वारा हिन्दुस्तान जिंक की तीनों माइंसों को नोटिस जारी कर वाहनों की सूची के साथ टैक्स को लेकर जवाब मांगा है। यह खुलासा राजस्थान राज्य राजस्व आ सूचना ब्यूरो (एसडीआरआई) जयपुर द्वारा हिन्दुस्तान जिंक की दरीबा, सिन्देसर खुर्द और भीलवाड़ा जिले की आगूचा माइंस की जांच रिपोर्ट से हुआ। एसडीआरआई जयपुर ने 27 नवम्बर 2018 को जिला परिवहन अधिकारी राजसमंद व भीलवाड़ा को पत्र भेजकर भौतिक रिपोर्ट मांगी। इस पर परिवहन विभाग ने हिन्दुस्तान जिंक से तीनों ही खदानों में चल रहे वाहन की सूची के साथ टैक्स जमा व बकाया की रिपोर्ट मांगी है। एक सप्ताह बाद भी जिंक द्वारा भौतिक रिपोर्ट परिवहन विभाग में प्रस्तुत नहीं की है।
एसडीआरआई ने प्रसंज्ञान लेते हुए हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की भीलवाड़ा के जिले आगूचा माइंस के आरडी कॉम्पलेक्एस में संचालित वाहनों की सूची तलब की, जिसमें ओपन कास्ट करने वाले वाहनों की सूची में 110 वाहन और अंडरग्राउंड खनन में 117 वांनल संचालित पाए गए। पहली सूची में मोटर गे्रडर अपंजीकृत पाया गया, जबकि दूसरी सूची में 46 वाहन बिना टैक्स चुकाए पाए गए। इसके अलावा दरीबा और सिन्देसर खुर्द खदानों में भी ओपन कास्ट एवं अंडर ग्राउंड खनन में चल रहे वाहनों की दो अलग अलग सूचियां तैयार की गई। ऑपन कास्ट में 129 वाहन व अंडर ग्राउंड में 46 वालन चल रहे हैं, जिसमें पहली सूची में ३७ वाहन और दूसरी सूची में 7 वाहन बिना कर चुकाए संचालित पाए गए। हिन्दुस्तान जिंक की गंभीर अनियमितता उजागर होने पर एसडीआरआई टीम ने वसूली का नोटिस जारी करते हुए प्रकरण दर्ज कर लिया।
एक वाहन पचास लाख का टैक्स
व्यवसायिक वाहनों का वन टाइम अलग अलग टैक्स निर्धारित है। औसतन प्रत्येक वाहन का टैक्स पचास लाख रुपए है। 90 वाहनों बिना टैक्स चुकाए पाए गए हैं, जिनका कुल करीब 45 करोड़ से ज्यादा का टैक्स बकाया चल रहा है। व्यवसायिक खनन वाहनों का टैक्स एक ही बार टैक्स जमा किया जाता है।
परिवहन विभाग ने पकड़े थे वाहन
दो साल पहले परिवहन विभाग राजसमंद द्वारा पहले दरीबा में हिन्दुस्तान जिंक की अंडरग्राउंड माइंस में छापामार कार्रवाई की थी, तब भी दर्जनों वाहन अपंजीकृत पाए गए। बाद में विभाग द्वारा वाहन को जब्त करते हुए बकाया टैक्स जमा कराने के नोटिस जारी किए गए। फिर भी हिन्दुस्तान जिंक व वेदांता कंपनी द्वारा कोई गंभीरता नहीं दिखाई और परिवहन विभाग में टैक्स जमा नहीं कराया है।
जिंक से मांगी रिपोर्ट
एसडीआरआई जयपुर द्वारा परिवहन टैक्स व वाहनों की भौतिक रिपोर्ट मांगी है। इस पर हिन्दुस्तान जिंक को पत्र भेजकर माइंस में चल रहे सभी प्रकार के वाहनों की सूची के साथ बकाया टैक्स की रिपोर्ट मांगी है।
अनिल पंड्या, जिला परिवहन अधिकारी राजसमंद
Published on:
17 Dec 2018 12:42 pm
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