
जश्ने सैलानी में कलाम पेश करते कव्वाल और कार्यक्रम में मौजूद लोग।
आमेट. नगर के चन्द्रभागा नदी तट स्थित हजरत सैय्यद शहीद गुलाब शाह र.अ. की दरगाह पर गुरुवार को जश्न-ए-सैलानी कार्यक्रम कौमी एकता के रूप में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में जोधपुर के मशहूर कव्वाल शौकत अंदाज एण्ड पार्टी ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश कर समां बांध दिया। दरगाह परिसर पर बाद नमाज ईशा महफिले मिल्लाद का आयोजन हुआ। इसमें जामा मस्जिद के पेश ईमाम कुर्बान गुलजारी, स्टेशन मस्जिद के पेश ईमाम हाजी अब्दुल रज्जाक ने शिरकत की। महफिले मिलाद के बाद जोधपुर से आए मशहूर कव्वाल शौकत व पार्टी ने चश्मे सैलानी मनाते हैं हम तो, हम नबी वाले हैं, अल्लाह ने रसूल रहमतों की बारिश, खुदा ए पाक का घर हो या राम का मंदिर इमारत कोई भी टूटी तो भारत टूट जाएगा, सहित कई कलाम पेश किए। अल सुबह फातिमा के बाद देश मे अमन, चैन, खुशहाली एवं आपसी भाईचारे की दुआ मांगी गई।
इस दौरान सैलानी ग्रुप के अरशद शेख, अय्यूब रंगरेज, नन्दलाल सोनी, मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय सहसचिव जाफर खान फौजदार, जिलाध्यक्षा मुस्लिम महासभा रेहाना पठान, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग राजसमंद के जिलाध्यक्ष शराफत हुसैन फौजदार मेराज बेग, फारुख पठान, आजाद शाह, चन्द्रकांत चौधरी, जगदीश सेन, इशाक शाह, मुस्तफा रंगरेज, सद्दाम चाबुक्सवार, असलम पठान, बाबू भाई गर्ग, शाहरुख शैख, इदरीश मोहम्मद, इमरान छीपा, अंसार मोहम्मद मंसूरी, आशिक शाह, आदि मौजूद थे।
सूफी मेहताब अली के आस्ताने पर चढ़ाई चादर
देवगढ़. नगर के मेला मैदान में स्थित दरगाह हजरत सूफी मेहताब अली शाह (र.अ.) के तीन दिवसीय 171वें उर्स के दूसरे दिन जायरीनों द्वारा जुलूस निकाल आस्ताने पर चादर चढ़ाकर देश में खुशहाली की दुआएं मांगी।उर्स के तहत शुक्रवार शाम को बैण्डबाजे के साथ चादर शरीफ का जुलूस सिपाहियों के मोहल्ले में स्थित मदरसे से शुरू हुआ। यह नगर के प्रमुख मार्गों से होकर दरगाह परिसर पहुंचा। जहां, पर जायरीनो ने आस्ताने पर अकीदत के साथ चादर पेश की। मौलाना खुर्शीद अहमद हाशमी, मौलाना ईरशाद रजा अजहरी, मौलाना मोहम्मद जहांगीर एवं उपस्थित जायरीनों ने देश मे अमन एवं खुशहाली की दुआएं मांगी। इसके बाद उर्स में शरीक होने वाले सभी जायरीनों ने लंगर में शिरकत की। इस दौरान आम मुस्लिम समाज के सदर मोहम्मद ताहिर, दरगाह कमेटी के सदर रशीद मोहम्मद शोरगर, पार्षद बबलू खान, खादिम अन्ना बाबा, हाजी बशीर अहमद, हाजी मुश्ताक अहमद, सलार मोहम्मद, मुश्ताक शोरगर, रशीद मो. शैख, चांद मोहम्मद, रफीक शैख, आशिक शाह सहित बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद थे। शनिवार को दोपहर 2 बजे बाद कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन होगा।
Published on:
02 Apr 2022 12:37 pm
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