
नाथद्वारा. विधायक कल्याणसिंह चौहान के निधन के बाद नेतृत्वविहीन हुई क्षेत्र की भाजपा में निर्णय को लेकर उहापोह की स्थिति शुक्रवार को खुलकर सामने आ गई। हुआ यूं कि राष्ट्रपिता की मूर्ति तोडऩे वाले आरोपितों का कांग्रेस के वरिष्ठ नेता से सीधा संपर्क होने को लेकर प्रशासन को ज्ञापन देने का कार्यक्रम बना, लेकिन प्रशासन के वहां पहुंचने के बाद ऐनवक्त पर उसे स्थगित करना पड़ा। इस दौरान पार्टीजन भी आपस में चर्चा करते हुए यही कह रहे थे कि फिर ऐसा आयोजन किसके निर्णय से किया जा रहा था? भाजपा की ओर से पार्टीजनों को सोशल मीडिया के माध्यम से यह सूचित किया गया कि २ अप्रेल की रात्रि राष्ट्रपिता की मूर्ति तोडऩे के मामले में पकड़े जा चुके आरोपितों का कांग्रेस से जुड़ाव है। यह भी प्रचारित किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनका सीधा संपर्क है। जांच पुलिस उपाधीक्षक स्तरीय अधिकारी से कराने की मांग की जाए। इसे लेकर भाजपा नेता पदाधिकारी सहित कई कार्यकर्ता शुक्रवार को डीएसपी एवं एसडीएम कार्यालय पहुंच गए। सभी के एकत्रित होने पर संदेश दिया गया कि पार्टी के द्वारा ज्ञापन नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद भी पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता पुलिस उपाधीक्षक कानसिंह भाटी से मिलने पहुंचे, जहां पर ज्ञापन तो नहीं दिया पर उन्हें राष्ट्रपिता की मूर्ति तोडऩे के बाद त्वरित कार्यवाही कर आरोपितों को गिरफ्तार करने पर धन्यवाद दिया। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने आखिरकार कह ही दिया कि इस मामले में आरोपितों के कांग्रेस के नेताओं से संपर्क हैं। जबकि, एक कार्यकर्ता ने अपने मोबाईल में आरोपितों के कांग्रेस नेता के साथ फोटो भी दिखाए। इसके बाद सभी पार्टीजन पुन: लौट गए।
खुद तय नहीं कर पाए कि क्यों लिया निर्णय?
उधर, इस उहापोह वाली स्थिति बनने एवं ज्ञापन देने के कार्यक्रम को अचानक स्थगित करने के बाद कई कार्यकर्ता आपस में खुसर-फुसर कर रहे थे कि ज्ञापन देने का निर्णय क्यों लिया? लिया तो फिर स्थगित क्यों किया? इस बारे में भाजपा नगर अध्यक्ष प्रदीप काबरा भी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। एक बार उन्होंने कहा कि मेरा स्वास्थ्य ठीक नही हैं, जबकि वे तहसील परिसर तक गए थे। बाद उन्होंने कहा कि तत्परता से कार्रवाई पर धन्यवाद देने गए थे। इस दौरान प्रदेश भाजपा के प्रतिनिधि केशरसिंह चुंडावत, नीरज शर्मा, संगीता चौहान, हरदयाल सिंह चौहान, संजयसिंह बारहठ, पंकज लोढ़ा, मनीष सुराणा, नंदलाल चेचाणी, वीरेन्द्रसिंह चौहान, सुमेरसिंह झाला प्रवीण वागरेचा मौजूद थे।
आमेट. सोशल मीडिया पर भडक़ाऊ कमेंट्स डालने वालों केखिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग को लेकर अजा-जजा वर्ग के लोगों ने शुक्रवार को उपखण्ड अधिकारी कालुराम खोड़ को ज्ञापन सौंपा। नगर के भंवरलाल रेगर, देवीलाल खटीक, प्रकाश खटीक, राहुल, अनिल खटीक, मांगीलाल मेघवाल, मोहन आरजिया, रामलाल खटीक, मदन बुनकर, हरीश जीनगर, जगदीश सरगरा, गणपत लाल ढोली, महेन्द्र वसीटा ने ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया की केलवा के एक व्यक्ति ने जाति विशेष एवं दिवंगत महापुरुषों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करके जातीय वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया है।
Published on:
07 Apr 2018 11:50 am
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