
राजसमंद के कुंभलगढ़ क्षेत्र में पानी पीता पैंथर। (फाइल फोटो)
राजसमंद. लगातार आंधी-तूफान और बरसात के चलते वन विभाग ने सालाना वन्य जीव गणना को निरस्त कर दिया है। अब विभाग साल 2024 में ही गणना कराएगा। प्रदेश में 2020 के बाद से ही प्रतिवर्ष नियमित रूप से नहीं हो पा रही वन्यजीव गणना।
वन विभाग की ओर से प्रतिवर्ष वैशाख मास में पूर्णिमा को कुंभलगढ़ रेंज और टॉडगढ़ में बने विभिन्न प्राकृतिक और कृत्रिम वाटर तैयार पर वन्यजीव गणना की जाती है। इस बार 4 मई को वन्यजीव गणना प्रस्तावित थी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण आंधी और बारिश के चलते इसे एक माह बाद 4 जून को वन्यजीव गणना प्रस्तावित की थी, लेकिन फिर से मौसम परिवर्तन के चलते आंधी-बारिश के चलते इस स्थगित कर दिया गया है। अब यह गणना अगले वर्ष 2024 में होगी।
पिछले तीन साल से हो रही प्रभावित
वन विभाग के जानकारों के अनुसार 2020 के बाद से वन्यजीव गणना प्रभावित हो रही है। वर्ष 2021 में कोरोना के कारण वन्यजीव गणना नहीं हुई थी। इसके बाद 2022 में भी ताउते तूफ ान से भी वन्यजीव गणना प्रभावित हुई थी। जो एक महीने बाद की गई। इस बार भी पश्चिमी विक्षोभ के कारण वन्यजीव जीव गणना एक महीना देरी से करने का निर्णय लिया गया, लेकिन आंधी और बारिश का दौर जारी रहने के कारण अब इसे अगले साल की जाएगी।
निरस्त हुई वन्य जीव गणना
उप वन संरक्षक आलोक गुप्ता ने बताया कि अधिकांश इलाकों में बरसात होने से इस साल वन्य जीव गणना नहीं होगी। अब साल 2024 में ही गणना कराई जाएगी। मालूम हो कि वनकर्मी विभिन्न क्षेत्रों में मचान बांधकर वन्य जीव की गतिविधियों पर नजर रखते हैं।
Published on:
04 Jun 2023 12:19 pm
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