BIG NEWS: मेरठ में मस्जिद के बाहर एक के बाद एक हुए 20 धमाके, लोगों में मची अफरा-तफरी
उनके खिलाफ यह बैन 7 अप्रैल, 9 अप्रैल और 12 अप्रैल को दिए गए उनके बयानों के सिलसिले में लगाया गया है। आजम खान के विवादित बयानों के बाद केन्द्रीय चुनाव आयोग ने स्वत: संज्ञान लेकर स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने आयोग को रामपुर की सभाओं में आजम खान की ओर से दिए गए बयानों की रिपोर्ट आयोग को भेजी थी। इसके आधार पर एक बार फिर से चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ 48 घंटों के लिए चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया है। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के कद्द्वार नेता आजम खान और महा गठबंधन के प्रत्याशी की जुबान पर चुनाव आयोग ने इससे पहले भी 72 घंटे के लिए पाबंदी लगाई थी। उस वक्त आजम के खिलाफ यह कार्रवाई रामपुर से भाजपा की महिला प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ विवादित बयान के बाद लगाया गया था।
प्रतिबंध के बाद अब सीएम योगी की चुनावी जनसभा हुई रद्द
प्रतिबंध का पूरी तरह पालन करते हैं आजम
जब-जब आजम खान पर चुनाव आयोग ने शिकंजा कसा, तब तब आजम खान ने चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन अच्छे से किया। इस दौरान आजम खान ने कभी भी चुनाव आयोग के आदेश की अवहेलना नहीं की, लेकिन जैसे ही उनका आदेश खत्म हुआ तत्काल फिर कुछ ना कुछ ऐसा बोला, जिसको लेकर चुनाव आयोग ने फिर से एक्शन लेने पर मजबूर हुए।