डीएम ने कृषक उत्पादक संघ के साथ बातचीत की और महिलाओं और बच्चों के लिए पौष्टिक किट तैयार करके वितरित करवाना शुरू किया। 5 हजार लोगों को फायदा मिला है।
उत्तर प्रदेश के दो IAS अफसर हैं। एक IAS अभिषेक आनंद और IAS रवींद्र कुमार। दोनों अफसरों पर यूपी को गर्व है। उनका काम पूरे देश में सराहा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सम्मानित
सिविल सर्विस डे पर दोनों ही अफसरों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया। दिल्ली के विज्ञान भवन में 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने देश के अलग-अलग हिस्सों से आए कई अन्य अफसरों को भी सम्मानित किया।
साल 2014 बैच के अफसर हैं अभिषेक आनंद
अभिषेक आनंद साल 2014 बैच के अफसर हैं। अभिषेक आनंद को चित्रकूट में बहुत दिन नहीं हुए हैं। वे पिछले साल जुलाई में ही चित्रकूट में DM के रूप में तैनात हुए। उन्होंने बुंदेलखंड के इस अति पिछड़े जिले में शिक्षा के क्षेत्र में काम किया। इसके लिए उन्हें सम्मानित किया गया। उनका यह मॉडल देश के अन्य DM के लिए एक उदाहरण है।
स्कूूलों की दशा बदल दी
अभिषेक आनंद ने चित्रकूट के स्कूलों की दशा देखी। उन्हें अच्छी नहीं लगी। सरकारी पचड़ों में न पड़ते हुए उन्होंने सीएसआर, एमपी, एमएलए निधि, ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत समेत अन्य विधिक स्रोतों से लगभग 86 करोड़ रुपये से अधिक इकट्ठा किए।
स्कूलों को सुधारा
इकट्ठा किए गए संपत्ति से तीन सौ से ज्यादा स्कूलों की चहारदीवारी बनवाई। लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग लगभग 650 शौचालय बनवाए। लगभग 7 सौ स्कूलों तक बिजली पहुंचाई। डेढ़ सौ से ज्यादा किचेन शेड बनवाए। अभिषेक ने तय किया है कि वे अगले छह महीने में कम से कम पांच सौ स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज भी बनवा देंगे।
यूपी में 9 स्कूलों को स्वच्छता पुरस्कार
इसका लाभ यह मिला कि स्कूलों में नामांकन बढ़ा। स्कूलों में स्टूडेंट्स की उपस्थिति भी बढ़ी। यूपी में कुल नौ स्कूलों को स्वच्छता पुरस्कार मिला है, इनमें अकेले तीन स्कूल चित्रकूट के हैं। कायाकल्प नाम का यह मिशन पूरे राज्य में बीते कई सालों से चल रहा है, लेकिन चित्रकूट ने इसने बेहतर परफार्मेंस दी।
2013 बैच के अफसर हैँ रामपुर के डीएम
रामपुर के जिलाधिकारी के रूप में रवींद्र कुमार दो साल से तैनात हैं। ये भी युवा हैं और 2013 बैच के अफसर हैं। उन्होंने संवर्धन-सुपोषित रामपुर नाम से एक अभियान शुरू किया। यह अभियान पीएम के सुपोषित भारत विजन से प्रेरित है
महिलाओं और बच्चों को बांटी पौष्टिक किट
डीएम ने कृषक उत्पादक संघ के साथ बातचीत की और महिलाओं और बच्चों के लिए पौष्टिक किट तैयार करके वितरित करवाना शुरू किया। उनके इस अभियान का लाभ अभी तक पांच हजार लोगों तक पहुंचा है। इसमें गर्भवती महिलाओं, बच्चों को दूध पिला रही महिलाओं, खून की कमी से जूझ रही बालिकाएं शामिल हैं।