रतलाम प्लेटफॉर्म पर देखो फिसल न जाना

अगर आप रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकडऩे बारिश के दिनों में जा रहे हैं तो देखो कहीं फिसल न जाना। यहां फर्श पर बारिश का पानी फैला रहता है।

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Jul 04, 2017
Railway Station


रतलाम। अगर आप रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकडऩे बारिश के दिनों में जा रहे हैं तो देखो कहीं फिसल न जाना। यहां फर्श पर बारिश का पानी फैला रहता है। साथ ही बरसाती या छतरी जरूर ले जाएं क्योंकि यहां रेलवे प्लेटफॉर्म बारिश के पानी से गीला है व पुराने हो गए चद्दरों से पानी आ रहा है। इससे प्लेटफॉर्म का फर्श से लेकर बैंच गीली हो रही है। इन सब के बीच साहब लोग ट्रैक, प्लेटफॉर्म व सिग्नल को बारिश में होने वाली परेशानियों से किस तरह बचाए इसके लिए कागजों में उपाय करने में ही व्यस्त है।



स्टेशन पर कुल छह प्लेटफॉर्म में से कही भी चले जाए, हर तरफ पानी ही पानी नजर आएगा। असल में रेलवे का नियम कहता है कि दो वर्ष तक रखरखाव व उसके बाद चद्दर पुराना हो जाए तो उसको बदलना चाहिए। इसके विपरीत स्टेशन से जुडे़ जानकार कहते है कि चार नंबर प्लेटफॉर्म पर तो पांच वर्ष से इन चद्दरों को बदला ही नहीं गया है।

अधिक भरोसा नहीं किया जा सकता

असल में बारिश से जहां प्लेटफॉर्म गीला है वही ड्रेनेज लाइन सही नहीं होने से उसमे गंदा पानी जमा है। बारिश तेज आने पर ट्रैक पर पानी भरेगा। इसके अलावा पानी के जमावाड़ होने से सिग्नल की केबल, पाइंट्स आदि में खराबी आएगी। इससे रेल परिचालन प्रभावित जमकर होगा। अब तक इसके लिए मंडल के अधिकारियों का दावा तो यही है कि उन्होंने रखरखाव समय रहते किया है, लेकिन इस पर अधिक भरोसा नहीं किया जा सकता। इसकी वजह ये है कि गत वर्ष भी यही दावे किए गए थे, जबकि टैल्गो ट्रेन को भी रावटी के करीब सिग्नल फेल होने पर रुकना पड़ा था। ट्रैक पर जलजमाव होने से रेल यातायात रुक जाएगा।

गीला फर्श व परेशान यात्री

स्टेशन से जुडे़ अधिकारियों ने स्टेशन पर बैठक की। इसमें प्लेटफॉर्म, ट्रैक की सफाई की समीक्षा के अलावा बारिश में अप या डाउन यार्ड में पानी नहीं भरे, सिग्नल बराबर चले, पाइंट्स फेल न हो आदि पर योजना बनाई गई। क्षेत्रीय प्रबंधक लोकेश मीणा व स्वास्थ्य निरीक्षक कुलदीप पाठक के साथ सिग्नल विभाग के सेक्शन इंजीनियर हरिनारायण, दीलिप पाटीदार, राजेंद्र शर्मा, हरिप्रसाद शर्मा, स्टेशन उपप्रबंधक जुलियस चाको आदि ने निरीक्षण भी किया। ये अलग बात है कि इस निरीक्षण में इनको प्लेटफॉर्म पर गीला फर्श व परेशान यात्री नजर नहीं आए।

डेढ़ घंटे से खडे़ हैं

प्लेटफॉर्म पर सभी जगह गीला है। ट्रेन के इंतजार में डेढ़ घंटे से खडे़ हैं। बैठने के लिए बैंच भरी हुई है, व फर्श गीला हैं।

- दीपक शर्मा, रेल यात्री

व्यवस्था करने में ही लगे हुए हैं

सुबह से इस व्यवस्था को जमाने में ही लगे है कि किस तरह यात्री को परेशानी से राहत दें। बारिश को आने से नहीं रोक सकते, लेकिन ट्रैक व सिग्नल बंद न हो, इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। प्लेटफॉर्म पर बैंच यात्रियों की संख्या अनुसार कम है तो दानदाताओं को आगे आकर इसे लगाना चाहिए।

- लोकेश कुमार मीणा, क्षेत्रीय प्रबंधक, रेलवे स्टेशन
Published on:
04 Jul 2017 10:33 am
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