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‘1100 करोड़’ से बनेगा ‘133 किमी’ लंबा रेलवे ट्रैक, 2026 तक पूरा होगा काम

MP News: रतलाम-नीमच रेल दोहरीकरण का काम 80 फीसदी तक पूरा कर लिया गया है। बाकी के 20 फीसदी काम को मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा।

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फोटो सोर्स- पत्रिका

MP News: मध्यप्रदेश की बहुप्रतीक्षित नीमच-रतलाम रेल दोहरीकरण का काम 80 फीसदी तक पूरा हो चुका है। रेलवे ने इसी साल के अंत तक दिसंबर में पूरा करने का लक्ष्य रखा था जिसको तकनोकी गलती की वजह से बढाकर अब मार्च 2026 की है।

फरवरी तक काम पूरा होना का दावा

रेलवे की तरफ से फरवरी तक ही काम पूरा करने का दावा किया जा रहा है। इससे यह क्षेत्र भी बड़े शहरों से सीधा जुड़ेगा और यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा।

1100 करोड़ राशि खर्च होगी

इस प्रोजेक्ट पर सरकार की ओर से 1100 करोड़ की राशि रतलाम मंडल में खर्च की जा रही है। इसमें जहां काम पूरा हुआ है, वहां सीआरएस के निरीक्षण के साथ गति परीक्षण हो चुका है। दोहरीकरण का यह प्रोजेक्ट अंतिम चरण में चल रहा है। इसमें दलौदा-ढोढर के बीच करीब 20 किमी लंबे नई दोहरी लाइन पर गति परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया है। नीमच से दलौदा और दलौदा से रतलाम दो चरणों में इस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।

133 किलोमीटर लंबे ट्रैक में 80 फीसदी काम पूरा

इस 133 किमी के रेल ट्रैक में से 80 प्रतिशत से अधिक यानी 80 किमी से अधिक ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो चुका है। लाइन दोहरीकरण का काम अंतिम चरण में है। इसमें दलौदा से ढोढर के बीच सेक्शन का काम पूरा हो चुका है सीआरएस निरीक्षण हो चुका है। यह परियोजना में रतलाम मंडल के अंतर्गत है 1100 करोड़ खर्च होंगे। रेलवे ने अब मार्च में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। रेल अधिकारियों का दावा है कि जिस गति से कार्य चल रहा है। उसके पहले यानी फरवरी माह में ही पूरा हो जाएगा। इसके बाद सीआरएस के निरीक्षण होंगे।

जयपुर से जुड़ जाएगा ट्रैक

गति के ग्राफ को देखा जाए तो नीमच रतलाम के 133 किमी के रेल ट्रैक में से जो काम पूरा हुआ है। उसमें दलौदा से मल्हारगढ़ और रतलाम से धौंसवास तक का दोहरीकरण कार्य बाकी है जो चल रहा है। दोहरीकरण का यह ट्रैक पूरा होने के साथ जयपुर से चंदेरिया तक दोहरीकरण से यह जुड़ जाएगा। जो पहले ही तैयार हो चुका है। ऐसे में इस कार्य के पूरे होने के बाद यात्रियों को तेज गति की कई ट्रेन की सुविधा का लाभ मिलना शुरू हो जाएगी। दोनों ट्रैक दोहरीकरण के जुड़ने से यह क्षेत्र कई बड़े शहरों को आपस में जोड़ेगा। इससे यात्रियों को लाभ होगा।

मार्च-2026 में पूरा करने का लक्ष्य

सितंबर-2021 में केंद्र सरकार के इस परियोजना को मंजूरी दी। इसके बाद टैंडर सहित अन्य प्रक्रिया के बाद काम दो चरणों में शुरू किया गया। 133 किमी रतलाम-नीमच दोहरीकरण का काम 80 प्रतिशत से अधिक हो चुका है।

रतलाम मंडल रेल प्रबंधक अश्वनी कुमार ने बताया कि दिसंबर-2025 में पूरा करने का लक्ष्य है। हमारा प्रयास है फरवरी में बचा हुआ कार्य पूरा कर लिया जाए। परियोजना से यात्रियों व गुड्स ट्रेन संचालन में लाभ होगा।

फैक्ट फाइल

  • परियोजना- नीमच रतलाम दोहरीकरण
  • मंडल- पश्चिम रेलवे का रतलाम मंडल
  • कार्य की स्थिति- अंतिम चरण में।
  • अनुमानित लागत करीब 1100 करोड़
  • कार्यपूर्ण- दलौदा से ढोढर के बीच नवीन दोहरीकृत रेल लाइन का कार्य पूरा हो गया है।
  • सीआरएस निरीक्षण- 30 जुलाई को रेल संरक्षा आयुक्त ने दलौदा-ढोढर सेक्शन का निरीक्षण किया। इसमें गति परीक्षण भी शामिल था।