देखें VIDEO : निजी ट्रेन का टाइम टेबल हुआ जारी, इतनी बजेगी चलेगी ट्रेन इस तरह समझे मामले को कुछ समाचार पत्र ( पत्रिका नहीं ) में यह वैकेंसी निकली है। इसमे 11 वर्ष के लिए अनुबंध के आधार पर 8 पद के लिए भर्ती निकाली गई है। इसमे 16 हजार रुपए से लेकर 42 हजार रुपए तक वेतन देने की बात की गई है। यहां तक भी होता तो किसी को शक नहीं होता, लेकिन इसमे लिखा हुआ है कि आयू सीमा 18 वर्ष से 40 वर्ष तक है। जबकि रेलवे की भर्ती प्रक्रिया में आयू की सीमा 18 वर्ष से 36 वर्ष होती है। इतना ही नहीं, अनुबंध के आधार पर रेलवे जब नौकरी देता है तो उस बारे में सूचना रेलवे बोर्ड जारी करता है, जबकि यह वैकेंसी एक निजी कंपनी द्वारा जारी की गई है। यह कंपनी ही 750 रुपए प्रत्येक फॉर्म भरने वाले से मांग रही है।
BREAKING देशभर में रेलवे 11 हजार पद करेगा समाप्त इन पद के लिए जारी हुई भर्ती
इसमे कनिष्ठ सहायक 600 पद, नियंत्रक 35 पद, बुकिंग क्लर्क 430 पद, कैंटीन सुपरवाइजर 350 पद, चपरासी 1460 पद, केबिन मैन 780 पद, वेल्डर 430 पद की फर्जी भर्ती निकली है। रेलवे में नियंत्रक पद, कैंटीन सुपरवाइजर, कैबिनमैन की आज तक कभी भर्ती नहीं निकली। इतना ही नहीं जब भर्ती निकलती है तो आरआरबी द्वारा जोन से निकाली जाती है। बड़ी बात यह है कि यह वैकेंसी निकालने वाले ने इसको भरने के लिए अंतिम तारीख 10 सिंतबर की शाम 5 बजे तक का समय दिया है।
इसमे कनिष्ठ सहायक 600 पद, नियंत्रक 35 पद, बुकिंग क्लर्क 430 पद, कैंटीन सुपरवाइजर 350 पद, चपरासी 1460 पद, केबिन मैन 780 पद, वेल्डर 430 पद की फर्जी भर्ती निकली है। रेलवे में नियंत्रक पद, कैंटीन सुपरवाइजर, कैबिनमैन की आज तक कभी भर्ती नहीं निकली। इतना ही नहीं जब भर्ती निकलती है तो आरआरबी द्वारा जोन से निकाली जाती है। बड़ी बात यह है कि यह वैकेंसी निकालने वाले ने इसको भरने के लिए अंतिम तारीख 10 सिंतबर की शाम 5 बजे तक का समय दिया है।
बांद्रा देहरादुन ट्रेन के मामले में रेलवे ने लिया बड़ा निर्णय नहीं निकली कोई भर्ती
रेलवे में जो बताया जा रहा है उस प्रकार की कोई भर्ती नहीं निकली है। रुपए लेकर कोई सिलेबस रेलवे नहीं देता है। यह सब फर्जी है व इसके झांसे में कोई नहीं आए। पत्रिका इस मामले को सामने ला रहा है, इसके लिए धन्यवाद।
रेलवे में जो बताया जा रहा है उस प्रकार की कोई भर्ती नहीं निकली है। रुपए लेकर कोई सिलेबस रेलवे नहीं देता है। यह सब फर्जी है व इसके झांसे में कोई नहीं आए। पत्रिका इस मामले को सामने ला रहा है, इसके लिए धन्यवाद।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रेल मंडल रेलवे का बड़ा निर्णय, अब गुजरात में नहीं, मध्यप्रदेश में होगा यह टेस्ट 165 वर्ष बाद आ रहा महायोग रेलवे बंद करेगा 165 साल पूर्व की सुविधा